पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर हमला किया है,
कहा – WHO ने 3 महीने पहले दे दी थी चेतावनी, लेकिन सरकार ने नहीं की तैयारियां
मध्य प्रदेश में कोरोना की बेकाबू रफ्तार और संक्रमितों को पर्याप्त इलाज नहीं मिल पाने के लिए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार को दोषी ठहराया है। उन्हाेंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूछा है – प्रदेश में कोई एक ऐसा अस्पताल बताएं, जहां ऑक्सीजन, इंजेक्शन और इलाज का पूरा प्रबंध हो?
कमलनाथ ने कहा कि यह दुख की बात है कि प्रदेश में गंभीर स्थिति है, लेकिन बचाव के लिए सरकार के पास विजन नहीं है। क्योंकि कोई प्लानिंग नहीं की गई। कोरोना से हो रही मौतों व शवों की संख्या के की सच्चाई और आंकड़े रोजाना मीडिया सामने ला रहा है, जबकि सरकारी आंकड़ों में मौतों की संख्या छुपाई जा रही है। वास्तविकता यह है कि मुक्तिधाम के बाहर शव पड़े हैं। लकड़ियां नहीं हैं। अंतिम संस्कार के लिए भी जगह नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार अब अपनी नाकामी छुपाने में लगी है। कोरोना को हराने के लिए सैंपल टेस्ट रिपोर्ट समय पर आना चाहिए, ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके, लेकिन सरकार ने इस पर फोकस नहीं किया। कोरोना की टेस्ट रिपोर्ट आने में 4 से 8 दिन लग रहे हैं। इसके अभाव में संक्रमण एक से कई लोगों तक पहुंच जाता है। उन्होंने कहा कि नागरिकों को खुद अपनी रक्षा करना होगी। इस सरकार से उम्मीद मत रखना। इन्हें जनता की चिंता नहीं है। यह आपको सिर्फ गुमराह करना चाहती है।
WHO ने 3 महीने पहले दी थी चेतवानी
कमलनाथ ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने तीन माह पहले चेतावनी दी थी कि देश में कोरोना की दूसरी लहर आएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि विश्व में कई देशों में इसको लेकर तैयारी हुई, लेकिन भाजपा की सरकार ने तैयार नहीं की। आज जब आग लग गई है, तो कुआं खोदने की बात कर रहे हैं।
कहां है ऑक्सीजन प्लांट
कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सरकार ने सिंतबर 2020 में 19 ऑक्सीजन के प्लांट लगाने की घोषणा की थी। तब कहा था कि फरवरी तक ये प्लांट शुरु हो जाएंगे। फरवरी 2021 तक ऑक्सीजन की सप्लाई शुरु हो जाएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा है कि कहां हैं प्लांट?