उज्जैन:मंगलवार शाम 5.30 बजे से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला शाम 7 बजे तक चला, हालांकि शुरुआत में उसकी गति तेज थी, लेकिन एक घंटे बाद यह धीमी हो गई। इसमें प्रमुख रूप से चामुंडा माता चौराहा, नीलगंगा चौराहा, फ्रीगंज पुल के नीचे, लाल मस्जिद चौराहा, फव्वारा चौक, नई सड़क पर पानी भर गया। नगर निगम कंट्रोल रूम के अनुसार शहर में कहीं भी पानी भरने की शिकायत दर्ज नहीं की गई। इधर शहर के कई निचले क्षेत्रों में पानी भर गया। कई लोगों ने घरों में पानी भरने की बात भी कही।उज्जैन
मंगलवार शाम 5.30 बजे से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला शाम 7 बजे तक चला, हालांकि शुरुआत में उसकी गति तेज थी, लेकिन एक घंटे बाद यह धीमी हो गई। इसमें प्रमुख रूप से चामुंडा माता चौराहा, नीलगंगा चौराहा, फ्रीगंज पुल के नीचे, लाल मस्जिद चौराहा, फव्वारा चौक, नई सड़क पर पानी भर गया। नगर निगम कंट्रोल रूम के अनुसार शहर में कहीं भी पानी भरने की शिकायत दर्ज नहीं की गई। इधर शहर के कई निचले क्षेत्रों में पानी भर गया। कई लोगों ने घरों में पानी भरने की बात भी कही।
नागदा में भी तरबतर हुई सड़कें
शहर में मंगलवार शाम 5 बजे से बारिश का दौर शुरू हुआ, जो रात 8 बजे तक जारी रहा। इस दौरान 1 इंच बारिश हुई। सुबह 6.30 बजे तक 67 मिमी बारिश हो चुकी थी। शाम को बारिश के बाद यह आंकड़ा 92 मिमी तक पहुंच गया। गांव आक्याजागीर में 2 घंटे मूसलाधार बारिश हुई। 2 घंटे की बारिश में ही नाला उफान पर आ गया। हालात यह थे कि गांव में बाढ़ जैसे हालात हो गए और बस स्टैंड सहित आसपास के सभी इलाकों में पानी ही पानी भर गया। कुछ देर में ही नाला उफान पर आ गया। इससे ताल-खाचरौद मार्ग बंद हो गया। वहीं खेतों में भी पानी ही पानी हो गया।
सावन की शुरुआत 6 जुलाई से, इस बार 5 सोमवार
1 जुलाई को देवशयनी एकादशी, 5 जुलाई को गुरु पूर्णिमा और 6 जुलाई से सावन माह का शुभारंभ होगा। इस बार लंबे अर्से बाद पांच सोमवार वाले सावन माह का आगमन हो रहा है, जो भक्तों के लिए शुभ संकेत माना जा रहा है। देवशयनी एकादशी पर सभी देवी-देवता योगनिद्रा में चले जाते हैं। इस मान्यता के कारण लगभग चार माह देवउठनी एकादशी (25 नवंबर) तक सभी मांगलिक कार्य नहीं होंगे, लेकिन जप, तप, दान, व्रत, हवन आदि जारी रहेंगे