राज्यपाल लालजी टंडन ने राजधानी के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में राष्ट्रीय बालरंग महोत्सव का शुभारंभ करते हुए कहा कि स्कूली बच्चों को रचनात्मक गतिविधियों के साथ जोड़ा जाये। बच्चों में बचपन से ही स्वस्थ मानसिकता के विकास के प्रयास किये जाने चाहिये। महोत्सव में राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश में नृत्य, गायन, चित्रकला, विभिन्न स्वाद के भोजन, भजन, सूफी कव्वाली आदि की अद्भुत परम्परायें हैं। बालरंग कार्यक्रम में इन सभी को एक साथ महसूस करने का अवसर मिला है। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि अरूण शमी ने महोत्सव की रूप-रेखा की जानकारी देते हुए बताया कि बालरंग के आयोजन को अन्तरराज्यीय स्वरूप दिया गया है। इसमें 13 राज्यों के स्कूलों के बच्चों ने भागीदारी की। महोत्सव में लघु भारत और समर्थ भारत विषय पर बच्चों द्वारा प्रदर्शनीयां लगाई गई है। लघु भारत प्रदर्शनी में विभिन्न राज्यों के खान-पान, संस्कृति, लोक-कला और क्रिएटिव क्रॉफ्ट का प्रदर्शन किया गया है। समर्थ भारत प्रदर्शनी में देश की प्रगति की झलक दिखाई गई है। लोक शिक्षण आयुक्त जयश्री कियावत ने अतिथियों के प्रति आभार प्रदर्शित किया।