
भोपाल। मध्य प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया है। 4 मार्च (मंगलवार) को मंत्रालय के बाहर हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करेंगे। कर्मचारियों की पदोन्नति, समयमान वेतनमान के साथ उच्च पदनाम, सचिवालय भत्ता, चिकित्सा बीमा आउटसोर्स समेत कई मांगें है।
एमपी के शासकीय कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है। इसे लेकर कल मंत्रालय के एक नंबर गेट पर कर्मचारी हुनमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करेंगे। पदोन्नति, समयमान वेतनमान के साथ उच्च पदनाम, सचिवालय भत्ता, चिकित्सा बीमा आउटसोर्स समेत कई मांगें है।
कर्मचारियों को प्रमोशन में आरक्षण का लाभ पिछले 9 साल से नहीं मिला है। वे कई बार अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर चुके हैं। इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। एक बार फिर सरकारी कर्मचारियों ने मोर्चा खोला है। प्रदेश में अगर सरकारी कर्मचारी हड़ताल पर जाते हैं तो मध्य प्रदेश में प्रशासनिक कामकाज रुक सकता है। दफ्तरों में फाइलें अटक सकती है। इससे आम जनता को विभिन्न सेवाओं में देरी का सामना करना पड़ सकता है।