
पिछले एक दशक के भीतर दिल्ली सरकार ने कई ऐसी योजनाएं संचालित की हैं। जिससे मेट्रो शहर में लोगों का जीवन आसान हुआ है। वहीं लोगों के दैनिक खर्च के बोझ को कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने कई ऐसी स्कीम चलाई हैं, जो बढ़ती महंगाई के बीच दिल्लीवासियों के जीवन पर सीधा और पॉजिटिव असर डालती हैं। रोजगार, शिक्षा और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के साथ ही राजधानी के विकास को भी मजबूती देने के निरंतर प्रयास जारी हैं। हाल ही में दिल्ली सरकार ने सफाई कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद बड़ा तोहफा दिए जाने का ऐलान किया है। साथ ही समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के जीवन को विकास की मुख्य धारा में किस तरह से शामिल किया जाए, इस बात पर भी जोर दिया था। इस योजना के लागू होने पर सफाई कर्मचारियों के रिटायरमेंट के बाद उनके पास अपना खुद का घर होगा। जिससे कई कर्मचारियों को अपने करियर के अंत में होने वाली प्रमुख चिंताओं में से एक को कम करने में सहायता मिलेगी। यह पहल न सिर्फ इन श्रमिकों के जीवन गुणवत्ता में सुधार का दावा करती हैं, बल्कि यह योजना एक मॉडल के रूप में भी काम करती हैं।
बता दें कि सफाई कर्मचारियों और अन्य सरकारी कर्मचारियों के योगदान को मान्यता देने की दिशा में यह पहल एक अहम कदम हैं। सफाई कर्मचारी शहर का साफ-सफाई और कामकाज को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। ऐसे में रिटायरमेंट के बाद उनको घर की सुरक्षा देने से सरकार उन कर्मचारियों की मेहनत और समर्पण को स्वीकार करती है। इस योजना से कर्मचारियों को लाभ मिलेगा और यह कर्मचारियों की देखभाल करने के तरीके के तौर पर मिसाल भी स्थापित करेगी।
दिल्ली सरकार की इस प्रस्तावित महत्वाकांक्षी योजना का नाम नई हाउसिंग स्कीम है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य दिल्ली के सफाई कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद अपना घर मिले, यह सुनिश्चित करना है। यह योजना अन्य सरकारी कर्मचारियों तक भी विस्तारित है। बता दें कि इस योजना को रेखांकित करने के लिए दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को पत्र लिखने का वादा किया है। जिससे सफाई कर्मचारियों को इस योजना का लाभ मिल सके।