
बीजापुर. नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट कर जवानों से भरी गाड़ी को उड़ाया था, जिसमें डीआरजी के 8 जवान और ड्राइवर शहीद हुए थे. डीआरजी के शहीद जवानों में सभी आदिवासी थे. इस घटना में शहीद दंतेवाड़ा जिले के ग्राम गुमलनार गिरसापारा के रहने वाले बस्तर फाइटर्स के आरक्षक सुदर्शन वेट्टी की शहादत को छत्तीसगढ़ कभी नहीं भूल पाएगा. उनके 2 माह के एक मासूम और अबोध बेटे ने अपने शहीद पिता को अंतिम विदाई दी. यह मार्मिक दृश्य हर किसी के दिल को झकझोर देने वाला है.
नक्सली कान खोलकर सुन लें, व्यर्थ नहीं जाएगा जवानों का बलिदान : सीएम
सीएम विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है कि शहीद सुदर्शन जी की शहादत को छत्तीसगढ़ कभी नहीं भूलेगा. 2 माह के एक मासूम और अबोध बेटे द्वारा अपने शहीद पिता को अंतिम विदाई देने का यह मार्मिक दृश्य हर दिल को झकझोर देने वाला है. सुदर्शन जी जैसे वीर हमारे छत्तीसगढ़ की शान हैं. उनके और अन्य शहीदों के बलिदान ने नक्सल उन्मूलन के हमारे संकल्प को और मजबूत किया है. नक्सली कान खोलकर सुन लें, हमारे वीर जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. हमारी सरकार नक्सलवाद के इस नासूर को तय समय-सीमा में समूल खत्म करने के लिए संकल्पबद्ध है.
सीएम, डिप्टी सीएम और मंत्री ने शहीद जवानों के पार्थिव शरीर को दिया कंधा
दंतेवाड़ा में आज मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सहित उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा एवं वन मंत्री केदार कश्यव ने शहीद जवान बामन सोढ़ी के पार्थिव शरीर को कंधा देकर उनके गृह ग्राम के लिए रवाना किया. साथ ही अन्य शहीद जवानों एवं वाहन चालक के पार्थिव शव को उनके गृह ग्राम रवाना किया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि बीजापुर के कुटरू क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा किया गया कायराना हमला न केवल हमारे जवानों पर, बल्कि लोकतंत्र और शांति के मूल्यों पर प्रहार है. जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. नक्सलियों के खात्मे के लिए अभियान निरंतर जारी रहेंगे.