
राजस्थान सरकार के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में ‘एक वर्ष-परिणाम उत्कर्ष’ कार्यक्रम में जयपुर के ददिया में राजस्थान के 21 जिलों और मध्यप्रदेश के 11 जिलों को पेयजल, सिंचाई और औद्योगिक जल उपलब्ध करवाने के लिए पार्वती, चंबल और कालीसिंध परियोजना एमपी केपी लिंक परियोजना पर समझौता हुआ। इस दौरन मंच पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज की ये घटना एक असाधारण घटना है। आने वाली सदियों का उज्ज्वल भविष्य आज इस मंच से लिखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज की ये तस्वीर देश की राजनीति के लिए बड़ी तस्वीर है। इस तस्वीर में आपको दो राज्यों के मुख्यमंत्री और केन्द्र के जल शक्ति मंत्री नजर आ रहे हैं। ये तस्वीर ऐतिहासिक है। इस तस्वीर को देखकर ये सवाल पूछे जाएंगे कि दो राज्यों के सीएम पानी के लिए एक साथ दिख सकते हैं। तो अन्य राज्य ऐसा क्यों नहीं कर सकते हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांकेतिक रूप से कालीसिंध, पार्वती और चंबल का जल एक कलश में मिलाया।
मोदी ने कहा- पानी का महत्व राजस्थान से बेहतर कौन समझ सकता है। यहां कई क्षेत्रों में भयंकर सूखा पड़ता है। वहीं कुछ क्षेत्रों में हमारी नदियों का पानी बिना उपयोग के ही समुद्र में बहता चला जाता है। इसलिए हमारे पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी ने नदियों को जोड़ने के प्रोजेक्ट के लिए एक कमेटी बनाई ताकि नदियों का अतिरिक्त पानी सूखाग्रस्त क्षेत्रों में पहुंचाया जा सके। सुप्रीम कोर्ट ने भी इसके समर्थन में कई बार अपनी बातें कही हैं।
कांग्रेस पर निशाना साधा
पीएम मोदी ने परियोजना की लांचिंग के साथ ही कांग्रेस पर सियासी हमला भी किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी पानी की समस्या कम नहीं करना चाहती थी, हमारी नदियों का पानी बहकर सीमा पार चला जाता था लेकिन हमारे किसानों को इसका लाभ नहीं मिलता था। कांग्रेस समाधान के बजाय राज्यों के बीच जल विवाद को ही बढ़ावा देती रही। राजस्थान ने इस कुनीति के कारण बहुत कुछ भुगता है।
उन्होंने कहा कि गुजरात में सरदार सरोवर बांध का काम रोकने के लिए कांग्रेस और कुछ एनजीओ द्वारा तरह-तरह के हथकंडे अपनाए गए। पानी पहुंचाने के लिए मैं विरोधों को झेलता रहा, आलोचनाओं को झेलता रहा।
वसुंधरा और भैरोसिंह शेखावत का जिक्र किया
मोदी ने अपने भाषण में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और भैरोसिंह शेखावत का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि नर्मदा बांध से राजस्थान को जब पानी पहुंचाया गया तो भैरोसिंह शेखावत गुजरात उनका धन्यवाद करने के लिए पहुंचे। मोदी बोले- जैसे ही बांध का काम पूरा हुआ नर्मदा का पानी राजस्थान में पहुंचा। उसके कुछ दिन बाद भैरोसिंह शेखावत मेरे दफ्तर मुझसे मिलने आए और कहा कि करोड़ों राजस्थानवासियों की तरफ से धन्यवाद करने के लिए आपके दफ्तर तक चला आया।
ERCP को कांग्रेस ने लटकाया
पीएम ने कहा- ईआरसीपी को कांग्रेस ने कितना लटकाया यह भी कांग्रेस की नीयत का प्रत्यक्ष प्रमाण है। यह किसानों के नाम पर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं लेकिन किसानों के लिए न खुद कुछ करते हैं न ही दूसरों को करने देते हैं। भाजपा की नीति विवाद की नहीं संवाद की है। हम व्यवधान में नहीं समाधान पर यकीन करते हैं। इसलिए हमारी सरकार ने ईआरसीपी को मंजूरी भी दी और इसका विस्तार भी किया। जैसे ही एमपी और राजस्थान में भाजपा की सरकार बनी, तो पावर्ती, चंबल और कालीसिंध परियोजना एमपी केपी लिंक परियोजना पर समझौता हो गया।

बोले यह एक असाधारण घटना
मोदी ने कहा कि यह एक असाधारण घटना है, ये सरकार के एक साल का उत्सव तो है ही आने वाली सदियों का उज्ज्वल भविष्य भी आज इस मंच से लिखा जा रहा है। इस परियोजना में चंबल और इसकी सहायक नदियां पावर्ती, कालीसिंध, बनास, बाणगंगा, गंभीरी, रूपरेल और मेज नदियों का पानी आपस में जोड़ा जाएगा। नदियों को जोड़ने का काम मैं गुजरात में करके आया हूं। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में राजस्थान में पानी की कमी नहीं होगी। इससे राजस्थान के 21 जिलों में सिंचाई का पानी और पेयजल मिलेगा। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि राजस्थान में जल्द से जल्द शत-प्रतिशत नल से जल घर-घर तक पहुंचेगा।
सौर ऊर्जा को लेकर सराहा
सौर ऊर्जा परियोजनाओं को लेकर राजस्थान में हो रहे कामों की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सौर ऊर्जा पर बहुत कम समय में देश के 7 लाख लोगों के घरों पर सोलर पैनल सिसटम लग चुके हैं। इसमें राजस्थान के भी 20 हजार घर शामिल हैं। खेम में भी सौर ऊर्जा प्लांट लगाने के लिए सरकार मदद दे रही है। पीएम कुसुम योजना के तहत राजस्थान सरकार आने वाले समय में सैंकड़ों किसानों के खेतों में सोलर पैनल लगाने का काम करेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि राजस्थान को रोड, रेल और हवाई सेवाओं में सबसे कनेक्टेड बनाना हमारा संकल्प है। हमारा राजस्थान दिल्ली, वडोदरा और मुंबई जैसे बड़े औद्योगिक शहरों के बीच है। इन तीन शहरों को राजस्थान से जोड़ने वाला जो एक्सप्रेस वे बन रहा है ये देश के सर्वश्रेष्ठ एक्सप्रेस वे में से एक है। मेज नदी पर पुल बनने से सवाई माधोपुर, बूंदी के किसानों को बड़ी मंडियों तक पहुंचना आसान हो जाएगा।