इंदौर के गेहूं कृषि अनुसंधान केंद्र का नाम देश में गेहूं उत्पादन के लिए तैयार किए जाने वाले बीज के लिए प्रथम स्थान पर आ गया है। यह गेहूं अनुसंधान केंद्र लगातार उच्च गुणवत्ता वाले गेहूं के बीज तैयार कर रहा है, जिसकी की मांग पूरे विश्व में है। भले ही भारत में मध्य प्रदेश गेहूं उत्पादन के क्षेत्र में दूसरे नंबर पर आता है, लेकिन इंदौर में तैयार की जा रहे गेहूं के बीज की मांग लगातार बढ़ रही है।
देश के कृषि वैज्ञानिकों का मानना है कि रोटी हमारे भोजन का प्रमुख हिस्सा हैै। इसे देखते हुए ऐसी भी किस्म तैयार की गई है जिसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर की मात्रा अधिक हो। ब्रेड, बन, दलिया के रूप में इसके इस्तेमाल से भी सेहत बेहतर होगी। बच्चों के लिए ज्यादा पौष्टिक गेहूं की किस्म भी हमारे यहां तैयार है। इंदौर कृषि महाविद्यालय स्थित गेहूं अनुसंधान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर जंग बहादुर सिंह ने बताया कि, हमने इस बार गेहूं की 4 किस्में तैयार की है, जिसे भारतीय गेहूं अनुसंधान केंद्र द्वारा मान्यता दी गई है। एच आई 1628 गेहूं की किस्म जोकि कम पानी वाले क्षेत्रों में काम आती है, साथी दूसरे प्रकार की गेहूं की किस्म एच आई 1621 पूर्वी और मध्य क्षेत्रों में बुवाई के काम आती है। यह किस्म जहां पर दिसंबर या जनवरी में गेहूं बोने की प्रक्रिया चालू होती है, वहां लाभकारी सिद्ध हुई है, जिसमें मालवा भी आता है। गेहूं की तीसरी किस्म एच आई 8802 जो प्रमुख रूप से पास्ता के लिए बनाई गई है, और चैथी किस्म 8805 का अनुसंधान किया गया है। यह किस्म चपाती के साथ साथ बाटी, बाफला और दलिया सहित अन्य उपयोग में लाया जा सकता है।
शरद पवार की पार्टी ने जारी की 45 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट, अजित पवार के खिलाफ भतीजे को टिकट
शरद पवार की पार्टी एनसीपी ने आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए 45 उम्मीदवारों की सूची जारी की, जिसमें मुंब्रा से जितेंद्र अहवाद और कटोल से अनिल देशमुख को मैदान…