भारतीय पुरुष टेबल टेनिस टीम ने बुधवार को क्वार्टर फाइनल में कजाखस्तान को 3-1 से हराकर एशियाई चैंपियनशिप में अपना लगातार तीसरा पदक पक्का कर लिया। पुरुषों की टीम स्पर्धा में पदक तब सुनिश्चित हुआ जब महिला टीम सेमीफाइनल में जापान से हार गई और उसे पहली बार कांस्य पदक मिला।पुरुषों के क्वार्टर फाइनल में विश्व के 60वें नंबर के खिलाड़ी मानव ठक्कर ने कजाखस्तान के शीर्ष रैंकिंग के विश्व के 41वें नंबर के खिलाड़ी किरिल गेरासिमेंको को 3-0 (11-9, 11-7, 11-6) से हराकर उलटफेर किया। कजाखस्तान के एलन कुरमंगलियेव (विश्व रैंकिंग 183) ने अपनी टीम को वापसी दिलाते हुए हरमीत देसाई को 3-0 (11-6, 11-5, 11-8) से हराया और मैच को 1-1 से बराबर कर दिया।
भारत के दिग्गज खिलाड़ी अनुभवी शरत कमल ने तीसरे मैच में ऐडोस केंजिगुलोव को 3-0 (11-4, 11-7, 12-10) से आसानी से हराया और भारत की बढ़त 2-1 हो गई। हरमीत ने चौथे मैच में गेरासिमेंको को हराकर भारत की जीत तय की। अस्थिर शुरुआत के बाद विश्व के 91वें नंबर के खिलाड़ी हरमीत ने अपने पैर जमाए। उन्होंने दूसरे और चौथे गेम जीतने के बाद पांचवें गेम में 6-1 की बढ़त बनाई।
गेरासिमेंको ने वापसी की कोशिश की लेकिन हरमीत ने पांचवां और निर्णायक गेम जीतकर भारत को सेमीफाइनल में जगह दिलाई। भारत की पुरुष टीम ने 2023 और 2021 में पिछले दो सत्र में कांस्य पदक जीता था। भारत ने इस जीत के साथ एशियाई चैंपियनशिप में अपना सातवां पदक सुनिश्चित किया। भारत गुरुवार को सेमीफाइनल में चीनी ताइपे और जापान के बीच होने वाले मुकाबले के विजेता से खेलेगा। इससे पहले भारतीय महिला टेबल टेनिस खिलाड़ियों ने यहां कांस्य पदक जीता जो इस स्पर्धा में उनका पहला पदक है।
भारतीय टीम को सेमीफाइनल में जापान ने 3-1 से हराया था। भारत की अयहिका मुखर्जी ने जापान की मिवा हरीमोतो को कड़ी टक्कर दी लेकिन 8-11, 11-9, 8-11, 13-11, 7-11 से हार गई। वहीं मनिका बत्रा ने सत्सुकी ओडो को दूसरे मैच में 11-6, 11-5, 11-8 से हराया। अगले मैच में सुतीर्था मुखर्जी के खिलाफ जापान की मिमा इतो ने 11-9, 11-4, 15-13 से जीत दर्ज की। दी। मिमा ने इसके बाद मनिका को 11-6, 6-11, 11-2, 11-3 से हराकर अपनी टीम को जीत दिलाई।