लेबनान के हिजबुल्लाह ने आखिरकार स्वीकार कर लिया है कि इजरायली हमले में सैयद हसन नसरल्लाह मौत हो गई है। इसके साथ ही हिजबुल्लाह ने इजरायल के खिलाफ लड़ाई जारी रखने की कसम खाई। लेबनान की तरफ से ये घोषणा फ्रांस के विदेश मंत्रालय द्वारा यह कहे जाने के कुछ ही देर बाद आई कि उसकी जानकारी के अनुसार नसरल्लाह की मृत्यु हो चुकी है। फ्रांसीसी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इस क्षेत्र में फ्रांसीसी नागरिकों सहित नागरिकों की सुरक्षा और संरक्षण की गारंटी दी जानी चाहिए, जो हमारी प्राथमिकता है। यह बयान इजरायल के उस दावे के बाद आया है जिसमें उसने एक दिन पहले बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में हमले में हिजबुल्लाह प्रमुख को मार गिराया था।
नसरल्लाह को अली कराकी और अन्य हिज़्बुल्लाह कमांडरों के साथ मार दिया गया। इज़रायली सेना ने कहा कि नसरल्लाह कई इज़रायली नागरिकों और सैनिकों की हत्या और यहूदी राज्य के खिलाफ़ हज़ारों आतंकवादी गतिविधियों की योजना बनाने के लिए ज़िम्मेदार था। सेना ने कहा कि आईडीएफ उन सभी को नुकसान पहुंचाना जारी रखेगा जो इजरायल के नागरिकों के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं और इसमें शामिल हैं। नसरल्लाह की मौत लेबनान में ईरान समर्थित समूह के लिए सबसे बड़ा झटका है।
इज़रायली सैन्य अधिकारियों ने कहा कि वे हाई अलर्ट पर हैं, उन्हें उम्मीद है कि नसरल्लाह की मौत से हिज़्बुल्लाह की दिशा बदल सकती है, हालांकि वे सतर्क बने हुए हैं। लेफ्टिनेंट कर्नल नदाव शोशानी ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि हमें उम्मीद है कि इससे हिज़्बुल्लाह की हरकतें बदल जाएँगी। लेकिन उन्होंने कहा कि हिज़्बुल्लाह की क्षमताओं को कम करने में अभी भी समय लगेगा।