भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के पिता पूनमचंद यादव का आज निधन हो गया। वह लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे। जिसके बाद उन्हें उज्जैन के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सीएम मोहन के पास पिता की यादें ही शेष हैं जिसमें दोनों ने साथ के कुछ पल बिताए थे। 15 जून को अपने पिता के साथ उन्होंने आखिरी फादर्स डे मनाया था।
पैसे मांगने पर पिता ने थमा दी थी नोटों की गड्डी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव फादर्स डे पर पिता से मुलाकात करने उज्जैन पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मजाक से पैसे से मांगे तो पिता ने 500 रुपए के नोटों की गड्डी निकालकर हाथ में थमा दी। सीएम ने एक नोट रखा और बाकी लौटा दिए थे। इसी दौरान पिता ने सीएम बेटे को ट्रैक्टर सुधरवाने का बिल भी थमा दिया था। सीएम ने उनसे पूछा- बैंक में कितने पैसे हैं? इस बात पर दोनों हंस दिए। मुख्यमंत्री ने पिता के पैर छूकर आशीर्वाद लिया था। उनसे कहा था कि ट्रैक्टर सुधारने में जो खर्च हुआ है, वो देंगे। उन्हें पिता ने बताया कि 4 लाख 86 हजार रुपए गिर गए थे, वापस भी मिल गए।
प्रदेश की जिम्मेदारी संभालने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को भोपाल में ही रहना पड़ता था। जिसके चलते पिता से उनकी मुलाकात कम होती थी। लेकिन किसी त्यौहार या अन्य किसी दौरे पर जब भी उज्जैन जाते तो पिता से मिलने हर बार घर पहुंचते थे। लेकिन अब पिता-पुत्र के बीच की हंसी-ठिठोली और प्यार देखने को नहीं मिलेगा।