उज्जैन : धर्म, कर्म, तप और त्याग की प्रतिमूर्ति पूनमचंद यादव जी का 100 वर्ष की उम्र में निधन होने की जानकारी जैसे ही प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को लगी, वैसे ही वह तुरंत भोपाल से उज्जैन स्थित अब्दालपुरा निवास पर पहुंचे। पिता की मौत की सूचना मिलने से मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव गमगीन नजर आए।
मुख्यमंत्री के उज्जैन आने के पहले ही उनके निवास पर बड़ी संख्या में समाजजनों के साथ ही शहरवासी पहुंच गए थे, जिन्होंने इस दुख की घड़ी में यादव परिवार को ढांढस बंधाने का प्रयास किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के पिता पूनमचंद यादव की मौत की जानकारी लगते ही आज राजनेताओं के साथ ही अन्य जनों ने भी सोशल मीडिया पर “बाबूजी” पूनमचंद यादव को श्रद्धांजलि अर्पित की।
बताया जाता है कि स्वर्गीय पूनमचंद यादव की अंतिम यात्रा चार सितम्बर 2024 बुधवार को प्रातः 11.30 बजे उनके निवास गीता कॉलोनी, अब्दालपुरा, उज्जैन से प्रारंभ होगी। उसके बाद अंतिम संस्कार शिप्रा तट भूखीमता मंदिर के पास होगा। 100 वर्ष की उम्र में पूनमचंद यादव जी का निधन होने के बाद उनके शव को गीता कालोनी निवास पर लाया गया।
अंतिम समय में उनके बड़े पुत्र नन्दलाल यादव, नारायण यादव, नगर निगम सभापति कलावती यादव और परिवार के सभी सदस्य उपस्थित थे। याद रहे की स्वर्गीय पूनमचंद पिता स्वर्गीय रामचंद्र यादव ने संघर्ष से परिवार खड़ा किया। तीन पुत्र, दो पुत्रियां, नाती, पोते, परनाती, प्रपोत्र से संपन्न परिवार छोड़ आज उनका देवलोक गमन हुआ।