भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह न्यूजीलैंड के ग्रेग बार्कले के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट समिति (आईसीसी) के अगले अध्यक्ष होंगे। शाह निर्विरोध इस पद के लिए चुने गए हैं और उनके कार्यकाल की शुरुआत एक दिसंबर 2024 से होगी। 35 वर्षीय शाह आईसीसी इतिहास के सबसे युवा चेयरमैन होंगे। उन्होंने कम उम्र में ही कई बुलंदियों को छूआ है और अब वैश्विक क्रिकेट के संचालन की जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार हैं।
2009 से शुरू हुआ प्रशासक बनने का सफर
केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह के पुत्र जय शाह का क्रिकेट प्रशासक बनने का सफर 2009 में शुरू हुआ। उन्होंने अहमदाबाद में सेंट्रल बोर्ड ऑफ क्रिकेट के कार्यकारी सदस्य के रूप में काम शुरू किया। इसके बाद सितंबर 2013 में वह गुजरात क्रिकेट संघ (जीसीए) के संयुक्त सचिव बने और उन्होंने अपने पिता तथा तत्कालीन जीसीए अध्यक्ष के साथ काम किया।
बीसीसीआई में कैसे मिली एंट्री?
शाह को बीसीसीआई में आने में ज्यादा समय नहीं लगा। वह पहले 2015 में बोर्ड के वित्त और मार्केटिंग समिति के सदस्य बने और फिर अक्टूबर 2019 में बीसीसीआई के सबसे युवा सचिव बने। बीसीसीआई सचिव के रूप में अपने पहले कार्यकाल में उन्होंने सौरव गांगुली के साथ मिलकर काम किया, जबकि इसके बाद वह रोजर बिन्नी के साथ कार्य करने लगे। मालूम हो कि बिन्नी फिलहाल बीसीसीआई अध्यक्ष हैं। शाह के बीसीसीआई सचिव के रूप में सबसे बड़ा काम 2022 में आईपीएल मीडिया अधिकारों को पांच साल के लिए 48390 करोड़ रुपये में बेचना रहा। इससे आईपीएल प्रत्येक मैच वेल्यू के आधार पर नेशनल फुटबॉल लीग (एनएफएल) के बाद दूसरा मोस्ट वेल्यूड स्पोर्टिंग लीग बना।
दो बार बने एसीसी अध्यक्ष
शाह सिर्फ बीसीसीआई तक ही सीमित नहीं रहे। उन्हें जनवरी 2021 में एशिया क्रिकेट परिषद (एसीसी) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। उनके नेतृत्व कुशलता को देखते हुए इस साल जनवरी में शाह को एक बार फिर यह जिम्मेदारी सौंपी गई। नवंबर 2022 में शाह आईसीसी की शक्तिशाली वित्त और वाणिज्यिक मामलों की उप समिति के प्रमुख बने। शाह ने इसके साथ ही राष्ट्रमंडल खेल जैसे इवेंट में क्रिकेट को शामिल कराने पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।