इंदौर में गुरुवार देर रात से रिमझिम बारिश शुरू हुई थी, जो शुक्रवार सुबह तेज हो गई। गुरुवार से शुक्रवार के बीच तीन इंच से अधिक पानी गिरा। कलेक्टर ने स्कूलों और आंगनबाड़ियों की 24 अगस्त को छुट्टी कर दी है। कई बस्तियों में पानी भर चुका है। यशवंत सागर का एक गेट खोला गया है। इस सीजन में पहली बार गेट खोला गया है। देर रात से सुबह 8.30 बजे तक ही आधा इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। इस बीच, तापमान में भी उतार-चढ़ाव देखा गया। शुक्रवार को कुछ देर के लिए सुबह धूप निकली और फिर तेज बारिश का दौर शुरू हो गया। शुक्रवार को लगभग दो इंच पानी गिरा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में लो प्रेशर एरिया की वजह से मध्य प्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो गया है। इस वजह से गुरुवार रात से ही कुछ जिलों में बारिश हो रही है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन और मानसून ट्रफ के चलते इंदौर में आज तेज बारिश का अनुमान है। 25 अगस्त से सिस्टम और मजबूत हो जाएगा।
बारिश के कारण तापमान में गिरावट
बारिश के कारण दिन का तापमान गुरुवार को 32.4 (+5) डिग्री सेल्सियस से शुक्रवार को 27.3 (+1) डिग्री सेल्सियस हो गया है। यानी एक ही दिन में तापमान 5 डिग्री गिरा है। वहीं रात का तापमान 22.7 पर ही स्थिर बना है। बारिश के साथ-साथ आद्रता में भी वृद्धि हुई है। शुक्रवार शाम आद्रता 98 प्रतिशत रही। गुरुवार से शुक्रवार के बीच चार इंच पानी गिर गया है। शुक्रवार को सुबह से शाम तक ही तीन इंच से अधिक पानी गिरा है।
यातायात प्रभावित
तेज बारिश के कारण इंदौर शहर के कई इलाकों में जलभराव हो गया है, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है। लोगों को सड़कों पर सावधानी से चलना पड़ रहा है। निचली बस्तियों में पानी भर गया है और लोग परेशान हो रहे हैं। नाला टेपिंग की वजह से तीन साल से इंदौर में यही हालात चल रहे हैं। तेज बारिश के कारण कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए हैं और बिजली की आपूर्ति बाधित हुई है। कुछ इलाकों में घरों में भी पानी भर गया है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने लोगों को बारिश के दौरान सावधानी बरतने की चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा है कि घरों से बाहर निकलने से पहले मौसम की जानकारी लेनी चाहिए और सुरक्षित स्थानों पर रहना चाहिए। अगले कुछ दिनों तक बारिश जारी रह सकती है। इसलिए, लोगों को तैयार रहने और सभी आवश्यक सावधानियां बरतने की आवश्यकता है।
बस्तियों, थानों और इमारतों में भरा पानी
शहर की बस्तियों, इमारतों और पुलिस थानों में भी पानी भर गया। कई निचली बस्तियां पानी में डूब गई। कई जगह लंबा जाम लगा। विजय नगर चौराहे पर लोग जाम में लंबे समय तक फंसे रहे।