आज इंदौर शहर में सुबह से ही वारिस हो रही है। काफी समय बाद इंद्र देव इंदौर शहर पर मेहरबान हुए। लेकिन भगवान के आगे तो मानव निर्मित विकास की पोल खुल गई। क्या है कि इंदौर शहर स्वच्छता में नबर 1 बनने की चाहत में शहर को कंक्रीट का जंगल बनाने ने व्यस्त है। इंदौर नगर निगम ने पूरे शहर को इस तरह खोद कर डाल दिया है। कोई मरे तो मरता ही रहे उनको कोई चिंता नहीं है। एक दिन की वारिस ने नगर निगम की पोल खोल दी है. पूरे शहर का ट्रैफिक सिस्टम विगड़ गया। सभी जगह जल जमाव हो गया है. इसी बानगी में विजय नगर थाना भी चपेट में आ गया है।
हालांकि थोड़ी सी बारिश ने इंदौर नगर निगम की पोल खोल के रख दी है। नगर निगम ने दावा किया था कि इस बार इंदौर में जलभराव की स्थिति निर्मित नहीं होगी। बावजूद इसके 2 घंटे की तेज बारिश ने बीआरटीएस स्कीम नंबर 78 विजयनगर देवास नाका सहित कई क्षेत्रों में सड़कों पर पानी इतना भर आया कि कई वाहन पानी से बंद हो गए।
तेज बारिश के कारण विजयनगर से एलआईजी तक लंबा ट्रैफिक जाम लग गया है, जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी हो रही है। रेडिसन चौराहे से लेकर रोबोट चौराहा और विजय नगर तक का इलाका पूरी तरह से जाम में फंसा हुआ है। प्रशासन स्थिति पर काबू पाने के प्रयास में जुटा हुआ है, लेकिन बारिश का सिलसिला लगातार जारी रहने से हालात और बिगड़ने की संभावना है।