पेरिस ओलंपिक 2024 में 10वां दिन भारत के लिए निराशाजनक रहा। दरअसल, भारत की झोली से दो ब्रॉन्ज मेडल फिसल गए। पहले शूटिंग स्कीट में महेश्वरी चौहान और अनंतजीत सिंह नारुका मिक्स्ड टीम स्कीट इवेंट के ब्रॉन्ज मेडल मैच में 43-44 से हार गए। बैडमिंटन में भारत की बड़ी उम्मीद लक्ष्य सेन भी ब्रॉन्ज मेडल मैच में जीत हासिल नहीं कर पाए। पहला गेम जीतने के बावजूद वह मलेशिया की ली जिया के खिलाफ 1-2 से मुकाबला हार गए। हालांकि, मनिका बत्रा, श्रीजा अकुला और अर्चना कामथ ने राउंड 16 में मुकाबले में महिला टीम इवेंट अभियान की शुरुआत की और इतिहास रच दिया। जानें 10वें दिन क्या-क्या हुआ…
अविनाश साबले ने फाइनल के लिए किया क्वालिफाई
भारत के अविनाश साबले पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज दौड़ के पहले राउंड में पांचवें स्थान पर रहे। उन्होंने 8:15:43 मिनट में अपनी रेस पूरी की। इस दौड़ में साबले 5वें नंबर पर रहे। वह इस स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाले भारत के पहले एथलीट बन गये हैं।
निशा दहिया हुईं बाहर
पेरिस ओलंपिक 2024 में 5 अगस्त से कुश्ती इवेंट का आगाज हुआ। जहां भारत की स्टार पहलवान निशा दहिया को क्वार्टर फाइनल में 68 किलोग्राम भारवर्ग में उत्तर कोरिया की पाक सोल गुम के खिलाफ झेलनी पड़ी।
लक्ष्य सेन हारे ब्रॉन्ज मेडल
भारत के लक्ष्य सेन मलेशिया के ली जिया जी के खिलाफ ब्रॉन्ज मेडल मैच हार गए। लक्ष्य ये मुकाबला 21-13, 16-21, 11-21 से हारे। इसके साथ ही पेरिस ओलंपिक में भारत के बैडमिंटन खिलाड़ियों का सफर खत्म हो गया।
महेश्वरी-नारुका के हाथ से फिसला ब्रॉन्ज
वहीं भारतीय शूटर महेश्वरी चौहन और अनंत सिंह नारुका के पास मिक्स्ड टीम स्कीट इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीतने का मौका था। लेकिन भारतीय शूटर चीनी जोड़ी से हार गए। जिस कारण उनके हाथ से ब्रॉन्ज मेडल फिसल गया। भारत ने ये मैच 43-44 से हारा।
वहीं भारत की किरन पहल 400 मीटर के सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाईं। उन्होंने हीट्स में 52.51 का समय निकाला और तीसरे स्थान पर सातवें स्थान पर रहीं। हालांकि, वह रेपचेज के जरिए अब भी आगे बढ़ सकती हैं।
भारत ने महिला टीटी टीम ने रचा इतिहास
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की विमेंस टेबल टेनिस ने इतिहास रचते हुए क्वार्टरफाइनल में पहुंच गई हैं। मनिका बत्रा, श्रीजा अकुला और अर्चना कामथ की टीम ने वर्ल्ड नंबर 4 रोमानिया को 3-2 से हराकर ये कारनामा किया है। बता दें कि, भारत की महिला टेबल टेनिस ने पहली बार मिक्स्ड टीम के तौर पर ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई किया था।