नई दिल्ली: केंद्र ने शुक्रवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक (डीजी) नितिन अग्रवाल और उनके डिप्टी विशेष डीजी (पश्चिम) वाई बी खुरानिया को तत्काल प्रभाव से उनके मूल राज्य कैडर में वापस भेज दिया. एक सरकारी आदेश में यह जानकारी दी गयी है. अग्रवाल 1989 बैच के केरल कैडर के अधिकारी हैं, जबकि खुरानिया 1990 बैच के ओडिशा कैडर के अधिकारी हैं.
अग्रवाल ने पिछले साल जून में सीमा सुरक्षा बल के प्रमुख का कार्यभार संभाला था। विशेष डीजी (पश्चिम) के रूप में खुरानिया पाकिस्तान सीमा पर बल का नेतृत्व कर रहे थे. नियुक्ति संबंधी कैबिनेट समिति (एसीसी) ने अलग-अलग जारी आदेशों में कहा कि उन्हें ‘तत्काल प्रभाव से और समय से पहले’ वापस भेजा जा रहा है.करीब 2.65 लाख कर्मियों वाले सुरक्षा बल बीएसएफ पर पश्चिम में पाकिस्तान और पूर्व में बांग्लादेश के साथ लगने वाली भारतीय सीमाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी है.
माना जा रहा है कि, दो भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारियों के प्रत्यावर्तन आदेश भारत-पाकिस्तान सीमा के साथ जम्मू क्षेत्र में आतंकवादी घटनाओं की पृष्ठभूमि में आए हैं. इस साल राजौरी, पुंछ, रियासी, उधमपुर, कठुआ और डोडा जिलों में ऐसी घटनाओं में 11 सुरक्षाकर्मियों और एक ग्राम रक्षा गार्ड (वीडीजी) सदस्य सहित कम से कम 22 लोग मारे गए हैं. बीएसएफ, जिसे इस मोर्चे की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया है, ने घुसपैठ की किसी भी घटना से इनकार किया है. पिछले महीने कठुआ और डोडा जिलों में दो मुठभेड़ों में पांच आतंकवादी भी मारे गए थे. कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) द्वारा जारी अलग-अलग आदेशों से बताया गया कि उन्हें तत्काल प्रभाव’ से ‘समय से पहले’ वापस भेजा जा रहा है.
अग्रवाल 1989 बैच के केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं, जबकि खुरानिया 1990 बैच के ओडिशा कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं. उम्मीद है कि खुरानिया को ओडिशा में पुलिस बल का प्रमुख या पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बनाया जाएगा, जहां नई भाजपा सरकार ने हाल ही में कार्यभार संभाला है. अग्रवाल ने पिछले साल जून में सीमा सुरक्षा बल प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाला था और वह जुलाई, 2026 में सेवानिवृत्त होने वाले थे. खुरानिया, विशेष महानिदेशक (पश्चिम) के रूप में, पाकिस्तान सीमा पर बल के गठन का नेतृत्व कर रहे थे.
घने जंगलों और पहाड़ी इलाकों से घिरा, जम्मू क्षेत्र इस सीमा का 485 किलोमीटर हिस्सा है. लगभग 2.65 लाख कर्मियों वाला बीएसएफ पश्चिम में पाकिस्तान और पूर्व में बांग्लादेश के साथ भारतीय सीमाओं की रक्षा करता है. एक अलग आदेश में, कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने 1989-बैच के ओडिशा कैडर के आईपीएस अधिकारी अमृत मोहन प्रसाद को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में एसडीजी के रूप में नियुक्त किया.