पेरिस ओलंपिक में दुनिया भर के दिग्गज एथलीटों का मेला लगा है। कई खिलाड़ियों की तो उपलब्धियां और रुतबा इतना बड़ा है कि उनका भाग लेना ही पदक की गारंटी माना जा रहा है। भारत के अलावा अन्य देशों के खिलाड़ियों की बात करें तो इनमें स्वीडन के बांसकूद खिलाड़ी आर्मंड मोंडो डुप्लेंटिस से लेकर अमेरिकी जिमनास्ट सिमोन बाइल्स शामिल हैं। मैराथन धावक केन्या के किपचोगे हैं तो अमेरिकी तैराक कैटी लेडेकी भी हैं। कई दिग्गज एथलीटों का यह अंतिम ओलंपिक माना जा रहा है इनमें बास्केटबाल स्टार अमेरिका के लेब्रोन जेम्स, जमैका की धाविका शैली एन फ्रेजर प्राइज और टेनिस स्टार राफेल नडाल शामिल हैं। ऐसे में युवाओं के साथ उनकी अच्छी होड़ देखने को मिल सकती है। पेरिस में 206 देशों के 10500 से ज्यादा एथलीट हिस्सा ले रहे हैं, पदकों के लिए कड़ी होड़ होंगी लेकिन कुछ खास सितारों का दावा बेहद मजबूत माना जा रहा है।
प्राइज की शैली जुदा
जमैका की तीन बार की ओलंपिक चैंपियन और आठ बार की पदक विजेता शैली एन फ्रेसर प्राइज को 37 साल की होने के बावजूद कम करके नहीं आंका जा सकता। उनके पेरिस में 100 मीटर में हिस्सा लेने की संभावना है। 200 मीटर में उनका भाग लेना निश्चित नहीं है। यह उनका अंतिम ओलंपिक माना जा रहा है और वह कोई कोर-कसर नहीं रखेंगी। बीजिंग से शुरू हुई उनकी ओलंपिक यात्रा में उन्होंने अब तक तीन स्वर्ण, चार रजत और एक कांस्य पदक जीता है।
शकारी को पहले ओलंपिक पदक की तलाश
अमेरिका की 100 और 200 मीटर रेस की 24 साल की धाविका शकारी रिचर्ड्सन पिछली बार टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने में सफल रही थीं, लेकिन डोप टेस्ट में विफल रहने के कारण उन्हें टीम से हटा दिया गया था। पिछले साल बुडापेस्ट में हुई विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने वालीं एथलीट पेरिस में पदक जीतना चाहेंगी। बुडापेस्ट में उन्होंने फर्राटा रेस के अलावा चार गुणा 100 मीटर रिले में भी स्वर्ण जीता था।
तैराकी में लेडेकी की निगाह 11वें ओलंपिक पदक पर
अमेरिका की 27 साल की तैराक कैटी लेडेकी का यह चौथा ओलंपिक होगा। वह लंदन 2012, रियो डि जेनेरियो 2016 और टोक्यो ओलंपिक 2020 के तीन ओलंपिक में 10 पदक जीत चुकी हैं जिसमें सात स्वर्ण और तीन रजत पदक हैं। उन्होंने फ्री स्टाइल की 200 मीटर, 400 मीटर, 800 मीटर और 1500 मीटर में क्वालिफाई कर लिया है। उनके पेरिस में अपने ओलंपिक पदकों की फेहरिस्त में और इजाफा करने की पूरी उम्मीद है।
अमेरिकी जिम्नास्ट बाइल्स में बड़ा बल
अपने मानसिक स्वास्थ्य को लेकर अमेरिका की 27 साल की दिग्गज जिम्नास्ट सिमोन बाइल्स ने टोक्यो में सिर्फ बैलेंस बीम स्पर्धा में भाग लिया था जहां उन्हें केवल कांस्य से संतोष करना पड़ा था। उन्होंने टीम स्पर्धा में रजत पदक दिलाने में भूमिका निभाई थी। रियो में उन्होंने चार स्वर्ण सहित पांच पदकों पर कब्जा किया था। पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में चार स्वर्ण पदक के साथ उन्होंने संकेत दिया है कि पेरिस में फिर वह रियो ओलंपिक वाला कमाल दिखा सकती हैं।
नडाल के सामने छाप छोड़ने की चुनौती
पेरिस ओलंपिक की टेनिस स्पर्धाएं रोला गैरों में खेली जाएंगी और इस सतह पर सबसे सफल स्पेन के राफेल नडाल हैं जिन्होंने 14 ग्रैंडस्लैम यहां जीते हैं। हालांकि वह 38 साल की उम्र में चोट और फिटनेस की समस्या से जूझ रहे हैं। लेकिन हाल में ही बस्टाड ओपन के फाइनल में पहुंचे थे। वह ओलंपिक में एकल और युगल दोनों स्पर्धाओं में भाग लेंगे। युगल में वह कार्लोस अल्कारेज के साथ उतरेंगे जो फ्रेंच ओपन विजेता हैं। क्लेकोर्ट के किंग के रूप में विख्यात नडाल का यह तीसरा ओलंपिक है। वह एकल और युगल दोनों में स्वर्ण अपने नाम कर चुके हैं।
छठे गोल्ड की तलाश में टेबल टेनिस स्टार लोंग
चीन के टेबल टेनिस खिलाड़ी मा लोंग अपने आप में बेजोड़ हैं। विश्व स्तर पर उनके पदक उनकी महानता की कहानी बयां कर देते हैं। 35 साल के मा लोंग पहले ही पांच ओलंपिक स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। तीन बार 2015, 2017 और 2019 में विश्व चैंपियन रहे हैं। रियो और टोक्यो ओलंपिक में उन्होंने दो-दो स्वर्ण जीते थे। पेरिस में एकल में नहीं उतरेंगे, लेकिन टीम स्पर्धाओं में वेंग चुकिन और फेन जेंगडोन के साथ उतरेंगे।
बांसकूद के चैंपियन आर्मंड मोंडो डुपलेंटिस
स्वीडन के आर्मंड मोंडो डुपलेंटिस पेरिस में उन एथलीटों में शामिल हैं जिनका पदक पक्का समझा जा रहा है। पिछले कई वर्षों से अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में इस खिलाड़ी का दबदबा चल रहा है। वह सात बार विश्व रिकॉर्ड तोड़ चुके हैं। इसी साल उन्होंने 6.24 मीटर का नया कीर्तिमान स्थापित किया है। टोक्यो ओलंपिक में उन्होंने स्वर्ण पदक पर कब्जा किया था। विश्व चैंपियनशिप में उनके नाम दो स्वर्ण और एक रजत पदक है। इनडोर चैंपियनशिप,और यूरोपियन चैंपियनशिप में पांच स्वर्ण पदक हैं और डायमंड लीग में तीन बार पहले स्थान पर रहे हैं।
लेवरोन 400 मीटर बाधा दौड़ की मलिका
महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ में अमेरिकी सिडनी मैकलाघलिन लेवरोन खिताब की दावेदार हैं। वह उन दो महिलाओं में शामिल हैं जिन्होंने 400 मीटर की बाधा दौड़ 51 सेकेंड से कम समय में पूरी की है। विश्व रैंकिंग में नंबर-1 लेवरोन ने टोक्यो ओलंपिक में 400 मीटर बाधा दौड़ और चार गुणा 400 मीटर में स्वर्ण पदक जीते थे। विश्व चैंपियनशिप में उनके नाम चार पदक हैं जिनमें तीन स्वर्ण हैं। उन्होंने चार बार विश्व रिकॉर्ड तोड़ा है। पिछले महीने अमेरिकी ट्रायल में उन्होंने 50.65 सेकेंड का विश्व रिकॉर्ड बनाया था।
किपचोगे पदक के प्रबल दावेदार
केन्या के लंबी दूर के धावक इलियूड किपचोगे को सर्वकालिक महान मैराथन धावकों में शामिल किया जाता है। मैराथन के अलावा और पांच हजार मीटर में हिस्सा लेते हैं। मैराथन में पिछले दो बार के ओलंपिक चैंपियन हैं। पांच हजार मीटर में भी एथेंस और बीजिंग में क्रमश: कांस्य और रजत पदक जीत चुके हैं। विश्व रैंकिंग में नंबर एक एथलीट हैं। दुनिया भर की मैराथनों लंदन, शिकागो, टोक्यो और बर्लिन में चैंपियन रह चुके हैं। उन्हें तीन बार के ओलंपिक चैंपियन इथोपिया के बेकले से कड़ी चुनौती मिलेगी।
विश्व चैंपियन नोह स्वर्ण की दावेदारी में
अमेरिका के 100 मीटर के विश्व रिकॉर्डधारी नोह लायल्स पेरिस में पदक के दावेदारों में हैं। उन्होंने लंदन में डायमंड लीग में अपने निजी श्रेष्ठ 9.81 सेकेंड के समय के साथ पेरिस की तैयारियों के संकेत दे दिए हैं। उन्होंने अपना पिछला श्रेष्ठ प्रदर्शन 2023 की बुडापेस्ट में हुई विश्व चैंपियनशिप में किया था जब उन्होंने 9.83 सेकेंड का समय निकाला था। विश्व चैंपियनशिप में उन्होंने 100, 200 और चार गुणा 100 मीटर रिले रेस जीती थी। तीन विश्व चैंपियनशिप में उनके नाम ट्रैक एंड फील्ड की विभिन्न स्पर्धाओं में छह स्वर्ण सहित सात पदक हैं। टोक्यो ओलंपिक में उन्होंने 200 मीटर में कांस्य पदक जीता था।