इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में अतिक्रमण हटाने गए नगर निगम के तोड़ूदस्ते को कार्रवाई के पहसले रहवासियों के विरोध का सामना करना पड़ा। बड़ी संख्या में रहवासी जेसीबी मशीन के सामने आकर खड़े हो गए जिससे कार्रवाई कुछ देर तक के लिए प्रभावित हुई। काफी मान मनौव्वल और समझाइश के बाद भी लोग कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि भरी बरसात में कार्रवाई अनुचित है। समचार के लिखे जाने तक लोगों का विरोध जारी था।
न्याय नगर में नगर निगम की रिमूवल कार्रवाई
दरअसल इंदौर के खजराना थाना क्षेत्र स्थित न्याय नगर में नगर निगम का अमला रिमूवल कार्रवाई के लिए पहुंचा। नगर निगम ने जैसे ही 35 मकान पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई शुरू की, रहवासियों ने नगर निगम का जमकर विरोध किया। बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद था। निगम अमले के सामने महिलाएं खड़ी हो गई। बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। लगभग 7 दिन पहले नगर निगम ने कार्रवाई के लिए निशान लगाए थे।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला
बताया जाता है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई हो रही है। फिलहाल 20 खाली मकान पर नगर निगम और जिला प्रशासन की टीम कार्रवाई कर रही है। 77 मकानों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने श्रीराम बिल्डर्स के पक्ष में अपना फैसला सुनाया है। कार्रवाई के दौरान रहवासियों का विरोध जारी था।