वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और उनकी टीम नॉर्थ ब्लॉक में बजट की बारीकियों को अंतिम रूप दे चुकी हैं। इस टीम के कंधों पर आम चुनावों के बाद देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती के साथ चलाने के लिए बजट तैयार करने का जिम्मा था, जिसे अंजाम दे दिया गया है। बजट 2024-25 को तैयार करने में वित्त मंत्री के अलावे उनकी टीम के सात लोगों की लोगों की भूमिका सबसे अहम रही है। आइए उनके बारे में जानते हैं।
पंकज चौधरी, वित्त राज्य मंत्री
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ राज्य मंत्री के रूप में पंकज चौधरी को तैनात किया गया है। मोदी सरकार 2.0 के दौरान भी चौधरी सीतारमण की टीम पंकज शामिल थे। सातवीं बार वो लोकसभा के सदस्य चुने गए हैं। 20 नवंबर 1964 को गोरखपुर में जन्मे पंकज चौधरी 1991 में पहली बार सांसद बने थे। राज्य मंत्री के तौर वित्तीय वर्ष 2024-25 का बजट तैयार करने में उनकी भूमिका अहम रही है।
वी अनंत नागेश्वरण, मुख्य आर्थिक सलाहकार
वी अनंत नागेश्वरण को वर्ष 2022 के बजट के पहले मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) चुना गया था। इस बार बजट तैयार करने की पूरी प्रक्रिया में नागेश्वरण भी अहम भूमिका अहम रही है। देश का आर्थिक सर्वे भी उनके मार्गदर्शन में ही तैयार किया गया। जिसे सोमवार को वित्त मंत्री ने संसद में पेश किया।
विवेक जोशी, सचिव, (डीएफए) वित्तीय सेवाएं विभाग
2022 के अक्तूबर महीने की 19 तारीख को वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग के सचिव चुने गए थे। विवेक जोशी का भी बजट तैयार करने की प्रक्रिया में अहम योगदान रहा है। इस भूमिका में आने से पहले जोशी गृह विभाग के तहत जनगणना के रजिस्ट्रार जनरल और निदेशक थे।
अजय सेठ, सचिव, आर्थिक मामले
बजट तैयार करने वालों में एक अहम नाम वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग के प्रभारी सचिव अजय सेठ का है। मंत्रालय के बजट डिविजन का जिम्मा वही देखते हैं। बजट से जुड़े इनपुट्स और अलग-अलग तरह के वित्तीय विवरण तैयार करने में उनकी बड़ी भूमिका अहम होती है।
टीवी सोमनाथन, सचिव वित्त और भुगतान
बजट 2024-25 तैयार करने की प्रक्रिया में एक प्रमुख चेहरा वित्त सचिव टीवी सोमनाथन का रहा है। सोमनाथन तमिलनाडु कैडर के 1987 बैच के आइएएस अधिकारी हैं। उन्हें देश का पूंजीगत खर्च रिकॉर्ड ऊंचाइयों पर पहुंचाने का श्रेय जाता है।
संजय मल्होत्रा, सचिव राजस्व
राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा 1990 बैच के राजस्थान कैडर के आइएएस अधिकारी हैं। उनके ऊपर बजट तैयार करने की प्रक्रिया में यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी रहती है कि बजट में की गई घोषणाएं सरकार की नीतियों और महत्वकांक्षाओं के अनुरूप हों। उन्हें यह भी सुनिश्चित करना होता है कि बजट में होने वाली वाली घोषणाएं जमीनी हकीकत बहुत दूर ना हों।
तुहिन कांत पांडेय सचिव, डीआईपीएएम (निवेश और लोक प्रबंधन विभाग)
तुहीन कांत पांडेय वित्त मंत्रालय के तहत आने वाले विनिवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (डीआईपीएम) के सचिव हैं। हाल के दिनों में सरकार ने विनिवेश के क्षेत्र में जो उपलब्धि हासिल की है उनमें तुहीन का बहुत अहम योगदान रहा है। एलआईसी का आईपीओ लाने और एयर इंडिया के निजीकरण में भी उनकी अहम भूमिका रही है।
अली रजा रिजवी, सचिव, डीपीई (लोक उद्यम विभाग)
हिमाचल प्रदेश कैडर के अधिकारी अली रजा रिजवी भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय के तहत लोक उद्यम विभाग के सचिव हैं। बजट 2024-25 तैयार करने में उनकी भूमिका भी अहम रही है।