गुरु पूर्णिमा 2024 शुभ मुहूर्त
- आषाढ़ पूर्णिमा तिथि शुरू – 20 जुलाई 2024, शाम 05.59
- आषाढ़ पूर्णिमा तिथि समाप्त – 21 जुलाई 2024, दोपहर 03.46
- पूजा मुहूर्त – सुबह 07.19 – दोपहर 12.27
गुरु पूर्णिमा क्यों मनाई जाती है ?
गुरु पूर्णिमा पर महर्षि वेद व्यास जी का जन्म हुआ था. वहीं मान्यता है कि इस पावन दिन पर शिव जी ने अपने पहले सात शिष्यों (सप्तर्षियों) को सर्वप्रथम योग का विज्ञान प्रदान किया था. गुरु पूर्णिमा के दिन दान-पुण्य और गुरुओं को गुरु दक्षिणा देने का महत्व है. ये गुरु के प्रति सम्मान, प्रेम प्रकट करने का दिन है.
गुरु पूर्णिमा पर क्या करें
गुरु पूर्णिमा पर गुरु गुरु के समान व्यक्ति के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लें. घर के बड़े बुजुर्ग दादा-दादी, नाना-नानी, माता-पिता, बड़े भाई या ब्राह्मण के भी पैर छूकर उनका आशीर्वाद ले सकते हैं. अपने गुरुओं को उपहार में भी कुछ दें सकते हैं.
गुरु पूर्णिमा पर ऐसे दूर करें गुरु दोष
कुंडली में गुरु दोष हो तो जीवन में बाधाएं आती हैं. इसे दूर करने के लिए गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु का ध्यान रखें. साथ ही 108 बार ‘ॐ बृं बृहस्पतये नमः’ मंत्र का जाप करें
गुरु पूर्णिमा मंत्र
ॐ वेदाहि गुरु देवाय विद्महे परम गुरुवे धीमहि तन्नौ: गुरु: प्रचोदयात्
ॐ गुं गुरुभ्यो नम:
ॐ परमतत्वाय नारायणाय गुरुभ्यो नम:
6 शुभ योग में मनेगी गुरु पूर्णिमा
गुरु पूर्णिमा पर सर्वार्थ सिद्धि योग, प्रीति योग, शुक्रादित्य योग, शश योग, कुबेर योग और षडाष्टक योग का निर्माण होने जा रहा है. इन शुभ योग में गुरु जी की पूजा करने से हर क्षेत्र में सफलता मिलती है.
गुरु पूर्णिमा दान
गुरु पूर्णिमा के दिन किसी जरूरतमंद को पीली वस्तु का दान करना चाहिए. चने की दाल, बेसन, पीले वस्त्र, पीले रंग की मिठाई या गुड़ आदि का दान कर सकते हैं, मान्यता है इससे ज्ञान, बुद्धि, सुख में वृद्धि होती है.