उत्तर प्रदेश के गोंडा के पास चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर जाने के कारण चार लोगों की मौत हो गई जबकि 32 घायल हैं। वहीं, दो गंभीर रूप से घायल यात्रियों को लखनऊ रेफर किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेकर स्थानीय प्रशासन को प्रभावित यात्रियों की हरसंभव मदद का निर्देश दिया है। उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि घायलों को सही चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो।
उत्तरी सीमांत रेलवे (एनएफआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने बताया, ट्रेन नंबर 15904 चंडीगढ़ से बुधवार रात 11.59 बजे डिब्रूगढ़ के लिए रवाना हुई थी। बृहस्पतिवार को ट्रेन गोंडा रेलवे स्टेशन पर दोपहर 2.25 बजे पहुंची और 2.28 बजे यहां से निकली। गोंडा मुख्यालय से करीब 18 किलोमीटर दूर मोतीगंज-झिलाही बाजार के बीच 2.41 बजे ट्रेन बेपटरी होकर पलट गई। एक-एक करके 14 कोच पटरी से उतर गए जिनमें से आठ पलट गए।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया, हादसे के बाद करीब 500 मीटर तक पटरी उखड़ गई। इलेक्ट्रिक लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे की प्रारंभिक वजह बारिश के कारण पटरी के दोनों तरफ जलभराव होने से ट्रैक का बैठना बताया जा रहा है। हालांकि कुछ मीडिया समूहों ने ट्रेन के ड्राइवर के हवाले से बताया है कि उसने दुर्घटना से पहले धमाके की आवाज सुनी थी। हालांकि इसकी रेलवे ने पुष्टि नहीं की है। यूपी डीजीपी ने भी कहा कि कोई धमाका नहीं हुआ है।
दुर्घटनास्थल राजधानी लखनऊ से करीब 150 किलोमीटर दूर है। दुर्घटना के तुरंत बाद आसपास के ग्रामीणों ने पलटे एसी कोच के शीशे तोड़कर अंदर फंसे यात्रियों को बाहर निकाला। कुछ ही देर में एसडीआरएफ, पुलिस व आरपीएफ के जवानों ने भी मोर्चा संभाल लिया।
पूर्वोत्तर रेलवे की महाप्रबंधक सौम्या माथुर ने घटनास्थल का जायजा लिया। उन्होंने दो रेल यात्रियों की मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि मृतकों की शिनाख्त की जा रही है। वहीं, देर रात एक और मौत की पुष्टि हुई। हादसे में 34 रेल यात्री घायल हुए हैं, जिनमें दो की हालत गंभीर है। 26 घायलों को मनकापुर सीएचसी व तीन अन्य को सीएचसी काजीदेवर में भर्ती कराया गया। नौ घायलों को गोंडा मेडिकल कॉलेज भेजा गया।
पूर्वोत्तर रेलवे ने जानकारी दी है कि पटरी से उतरी ट्रेन में फंसे यात्रियों को बस से गोंडा के पास मनकापुर स्टेशन लाया जा रहा है। उनके लिए मनकापुर से डिब्रूगढ़ तक रास्ते में स्टॉपेज के साथ एक विशेष ट्रेन की व्यवस्था की गई है।
सौ किमी थी रफ्तार
24 कोच वाली ट्रेन के इंजन के बाद एसी के छह कोच लगे थे, जिनमें दो कोच पटरी से उतरकर पलट गए। इसके बाद एसी के चार अन्य कोच भी पलट गए। विभागीय सूत्रों के अनुसार हादसे के समय ट्रेन की रफ्तार करीब सौ किमी प्रतिघंटे से अधिक थी।
चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन हादसे में घायलों की सूची
नितिन तिवारी- गोंडा,
जितेंद्र – सुल्तानपुर,
प्राची – सुल्तानपुर,
सुशीला देवी – मधुबनी छपरा
खुशी- बिहार
विकास- छपरा
जगदीश- पता अज्ञात
संजय कुमार- पता अज्ञात
सर्वेश शुक्ल- पता अज्ञात
छोटी- बिहार
तरुन – गोलाघाट
भोलू – बिहार
शंभू कुमार – बिहार
अनीता – बिहार
मोनू तिवारी- बिहार
रवि कुमार – छपरा बिहार
प्रमोद यादव – गोरखपुर
नार मोहम्मद – पता अज्ञात
शिवा कुमार- बिहार
राज- चंडीगढ़
वीरेंद्र – बेतिया बिहार
नरसिंह- बिहार
सुमेर सिंह- पंचपुती जगतापुर मनकापुर गोंडा
देवेंद्र – पता अज्ञात
समीर सिंह – पंचपुती जगतापुर मनकापुर गोंडा
शौकत अली – बिहार
विनय कुमार – मुजफ्फरपुर
रमन – परसपुर गोंडा
सुनील कुमार – बाजीपुर कुशीनगर
छोटी कुमारी – मधुबनी बिहार
अनीता देवी – चंडीगढ़
प्रमोद यादव – गरिहा सिकरी गोरखपुर
शिवम कुमार – सरदैया मोतीपुर बिहार
मनोज पांडेय – चंडीगढ़
सर्वेश शुक्ल- खसियारा दुधारा संतकबीर नगर
एडमुंड लाकड़ा- नागा गांव डीमापुर नागालैंड
शंभु कुमार- मधैली महलगांव अररिया बिहार
ननकन- पोखाती गुलखात बिहार