भाजपा की एक दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति बैठक आज राजधानी के डॉ. राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय के अंबेडकर सभागार में हो रही है। बैठक में पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल होंगे। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ सहित पार्टी के शीर्ष नेता इस बैठक में पहुंच चुके हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने बैठक को संबोधित करते हुए कांग्रेस और सपा पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि सपा और कांग्रेस ने जनता को जाति और धर्म में फंसाकर गुमराह किया। अल्पसंख्यक लोगों को नए एजेंडे में फंसाकर उनका वोट लिया। हमारे लिए चुनौती है कि हम उनको बेनकाब करें। हमें सर्वसमाज को लेकर आगे बढ़ना है।
अखिलेश को किया सावधान
उन्होंने कहा कि मैं अखिलेश को सावधान कर रहा हूं। उन्हें कांग्रेस से बचकर रहना चाहिए। वह भस्मासुर है। वह आपको जल्द ही ठिकाने लगाएगी। कांग्रेस जहां भी जीतती है वह दूसरे दलों के समर्थन से जीतती है। इसलिए अखिलेश को कांग्रेस से सजग रहना चाहिए। पिछले तीन चुनावों में कांग्रेस ने अलग-अलग दलों के साथ जाकर उनको वोट लेने का प्रयास किया। कांग्रेस ने कभी दलित ओर पिछड़ों का सम्मान नहीं किया बस उनका वोट लेने का प्रयास किया। कांग्रेस ने अबंडेकर का सदैव अपमान किया। उन्होंने बाबा साहेब का मरने के बाद भी उनका सम्मान नहीं किया गया। भाजपा ने अंबेडकर का सम्मान किया।
कांग्रेस के नेताओं ने संविधान को पढ़ा नहीं
कांग्रेस के नेता संविधान को लेकर चलते हैं लेकिन उसे कभी पढ़ा नहीं। कांग्रेस ने ही सबसे ज्यादा बार संविधान को बदलने की कोशिश की है। कांग्रेस ही वह पार्टी है जिसने आपातकाल लगाया है। भाजपा ने सदैव संविधान की रक्षा करने की कोशिश की है।
सूत्रों के मुताबिक कार्यसमिति की बैठक में करीब तीन प्रस्ताव रखे जाने की संभावना है। सबसे पहले राजनैतिक रखा जाएगा, जिसमें केन्द्र में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनाने के लिए जनता के साथ ही पार्टी के कार्यकर्ताओं का आभार भी जताया जाएगा। इसके अलावा दूसरा आर्थिक प्रस्ताव भी रखा जाएगा। इसमें प्रदेश के विकास से हुए आर्थिक विकास के साथ ही डबल इंजन की सरकार के बेहतर कार्यों की भी चर्चा होगी। जबकि तीसरे प्रस्ताव के तौर पर सोशल मीडिया को और प्रभावी बनाने से संबंधित रहेगा। दरअसल लोकसभा चुनाव परिणामों की समीक्षा के दौरान शीर्ष नेतृत्व से लेकर प्रदेश सरकार और संगठन ने भी सोशल मीडिया को और सक्रिय रखने के सुझाव आए थे, इसलिए कार्यसमिति की बैठक में इससे संबंधित प्रस्ताव पर प्रमुखता से चर्चा होने की उम्मीद है।
3000 से अधिक नेता होंगे शामिल
प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में प्रदेश से लेकर नगर पंचायत स्तर तक के नेताओं को बुलाया गया है। इसमें यूपी के केन्द्रीय और प्रदेश पदाधिकारी, यूपी के केन्द्रीय मंत्री, राज्य के मंत्री, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, विशेष आमंत्रित सदस्य, स्थायी आमंत्रित सदस्य, सांसदों, विधायकों, क्षेत्रीय अध्यक्ष, क्षेत्रीय प्रभारी, महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष, नगर पालिका व नगर पंचायत अध्यक्ष, ब्लाक प्रमुख, प्रदेश मोर्चो के अध्यक्ष व महामंत्री, क्षेत्रीय मोर्चों के अध्यक्ष व महामंत्री, पार्टी के जिलाध्यक्ष व जिला प्रभारी, जिला महामंत्री, सभी प्रकोष्ठों व विभागों के प्रदेश संयोजक व सहसंयोजक, सहकारी संस्थाओं के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष भी शामिल होंगे। इस तरह से बैठक में 2500 से अधिक लोगों के आने की उम्मीद है।
राजनीतिक प्रस्ताव की प्रमुख बातें
– विपक्ष के झूठे प्रचार के कारण चुनाव में सफलता नहीं मिली, आरक्षण, महिलाओं को पैसे, संविधान बदलाव जैसे विषय कहे गए।
– भाजपा ओबीसी और एससी आरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है।
– सपा सत्ता में आती है तो अपना असली चरित्र दिखाती है, सपा ने हमेशा आरक्षण, बाबा साहेब का विरोध किया है।
– हमें और अधिक सामर्थ्य के साथ एक जुट होना होगा।
– सांस्कृतिक समृद्धता के कार्यों के लिए पीएम मोदी और सीएम योगी को धन्यवाद प्रेषित किया गया।
– सरकारी भर्तियों या परीक्षाओं में रुकावट नहीं आनी चाहिए, शुचिता और पारदर्शिता जरूरी है, हम पेपर लीक की घटना की निष्पक्ष जांच और दोषियों को सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
– राहुल गांधी सत्ता में आ जाते तो हिंदू शब्द बोलने पर ही प्रतिबंध लगा देते, राहुल पूरे हिंदू समाज से माफी मांगे।
– उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरे देश में एक उदाहरण बनी है।
सपा सरकार में कार्यकर्ता करते थे गुंडागर्दी
कार्यसमिति में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव ने कहा अगर दूसरे दल में आपकी जाति का नेता है तो उनके चक्कर में ना पड़िए क्योंकि वह अगर समाजवादी पार्टी में है तो ना तो आपका भला कर सकते हैं ना आपको आगे बढ़ाएंगे। सपा के नेता तो आपके परिवार की भी सुरक्षा नहीं कर सकते। उन्होंने एक परिवार का उदाहरण देते हुए कहा की इस सरकार में मैंने अधिकारी को फोन किया तो उसकी मदद हुई पर यही सपा सरकार होती तो कुछ नहीं होता। सपा सरकार में कार्यकर्ता गुंडागर्दी करते थे और अराजकता फैलाते थे।