इंदौर को भिखारी मुक्त बनाने के लिए इंदौर कलेक्टर ने एक नया फरमान जारी किया है. फरमान भिक्षावृति को बढ़ावा देने वाले के लिए है और भिखारियों को भिक्षा देने वाले के खिलाफ जारी प्रतिबंधात्मक फरमान का उल्लंघन करने वाले के खिलाफ धारा 188 के तहत कार्रवाई करने का आदेश है.
इंदौर जिला कलेक्टर द्वारा शुरू की गई उक्त कवायद इंदौर शहर को भिक्षा मुक्त करने के लिए के लिए है. जारी प्रतिबंधात्मक आदेश के मुताबिक इंदौर शहर में भिक्षा देने वालों की अब खैर नहीं और उल्लघंन करने वालों पर धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी.
जिला प्रशासन इंदौर को भिक्षा मुक्त बनाने के लिए लगातार कर रही प्रयास
इंदौर शहर को भिक्षु मुक्त बनाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन के द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. जहां अलग-अलग टीम बनाकर प्रशासनिक अमला लगातार भिक्षुओं के पुनर्वास को लेकर काम कर रहा था. इंदौर जिला प्रशासन को इसमें सफलता भी मिली और बड़ी संख्या में भिक्षुओं का पुनर्वास भी किया गया.
इंदौर को भिक्षा मुक्त अभियान के तहत जारी किए गए प्रतिबंधात्मक आदेश
इंदौर में भिक्षावृत्ति मुक्त अभियान को सफल बनाने की मुहिम को सफल बनाने के लिए इंदौरा जिला प्रशासन ने एनजीओ और महिला एवं बाल विकास के साथ पुलिस प्रशासन को भी जोड़ा है. इसी कड़ी में अब कलेक्टर ने प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए हैं, जिसके तहत भिखारी को भिक्षा देने वाले के खिलाफ धारा 188 तहत कार्रवाई होगी.
इंदौर में भिक्षुक मुक्त अभियान को सफल बनाने के लिए इंदौर के अलग-अलग चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से मॉनिटरिंग की जाएगी. किन-किन गाड़ियों से लोगों ने भिक्षुकों को भीख दी है, उनकी पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी
इंदौर में कोई भी व्यक्ति भिखारी को भीख देता पाया तो होगी कानूनी कार्रवाई
.इदौर जिला कलेक्टर का कहना है कि इंदौर शहर में अब भिक्षावृत्ति करने वालों के साथ ही, भिक्षा देने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि, शहर में अगर कोई भी व्यक्ति भिक्षा देता हुआ पाया गया, तो उसे कलेक्टर के आदेश की अवहेलना माना जाएगा और उस पर धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी.
PM मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट भिक्षुक मुक्त भारत के लिए कलेक्टर ने छेड़ा अभियान
उल्लेखनीय है इंदौर जिला प्रशासन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट भिक्षुक मुक्त भारत को साकार करने के लिए नई रणनीति के तहत उक्त फरमान जारी किया है. जिला कलेक्टर आशीष सिह द्वारा जारी आदेश के मुताबिक अभियान का उल्लंघन करने वाले( भिक्षावृत्ति करने वालों और भिक्षा देने वाले) पर कार्रवाई होगी.
अलग-अलग चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों से रखी जाएगी लोगों पर नजर
इंदौर जिला कलेक्टर ने बताया कि भिक्षुक मुक्त अभियान को सफल बनाने के लिए इंदौर के अलग-अलग चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से मॉनिटरिंग की जाएगी. किन-किन गाड़ियों से लोगों ने भिक्षुकों को भीख दी है, उनकी पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.