इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत आज रविवार 14 जुलाई को 12 घंटे में 11 लाख पौधे लगाकर विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। जहां शनिवार शाम से यह अभियान शुरू किया गया जहां पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अभियान की शुरुआत की। इस वर्ल्ड रिकॉर्ड में केंद्रीय मंत्री अमित शाह भी हिस्सेदारी करेंगे। इस दौरान अभियान के सूत्रधार मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने आम जनता को पौधे लगाने के लिए डेमोस्ट्रेशन दिया और जनता से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर पेड़ लगाने का आव्हान किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि रेवती रेंज की यह पहाड़ी एक पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित होगी और देश दुनिया के लोग यहां घूमने आएंगे।
इंदौर शहर एक और विश्व रिकॉर्ड बनाने की ओर अग्रसर है, प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने 51 लाख पेड़ लगाने का आव्हान किया और पर्यावरण दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक पेड़ मां के नाम लगाने का आह्वान किया। जिसके बाद इंदौर शहर के इस अभियान का नाम एक पेड़ मां के नाम रखा गया। जिसके तहत रविवार शाम तक 12 घंटों में 11 लाख पेड़ लगाकर के वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया जाएगा। जिसके लिए पिछले एक महीने से की जा रही तैयारियों के बाद शनिवार से पौधे रखने और गड्ढे बनाने का कार्यक्रम शुरू किया गया। जहां पंडितों ने विधि विधान से पूजा अर्चना किया जिसके बाद अभियान की शुरुआत की गई। इस दौरान मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने पौधे लगाने के लिए पहुंचने वाले लोगों के लिए एक डेमोस्ट्रेशन दिया और बताया कि किस तरह पौधे लगाए जाएंगे।
वर्ल्ड रिकॉर्ड और 11 लाख पौधे लगाने के बारे में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि ग्लोबल वार्मिंग को देखते हुए पौधारोपण का यह बड़ा अभियान एक जन आंदोलन का रूप ले चुका है। रविवार को एक ही दिन में 12 लाख पौधे लगाए जाएंगे, जो अपने आप में एक विश्व रिकॉर्ड होगा। जिसके लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है।
उन्होंने बताया कि इंदौर शहर की 100 से अधिक समाजों के लोगों के अलावा कई सामाजिक संस्थाएं और कई परिवार भी यहां आकर पौधारोपण करेंगे। यहां पहुंचने वाले लोगों की सुरक्षा और पौधारोपण की गति का मुआयना करने के लिए पूरे रेवती परिसर में 100 से अधिक कैमरे लगाए गए हैं। वहीं रविवार सुबह से शुरू होने वाले इस अभियान के लिए विधिवत रूप से तैयारी कर दी गई है। कल शाम से ही गड्ढे करना शुरू कर दिए गए हैं। यहां पहुंचने वाले लोगों के लिए पौधे,पानी और खाद गड्ढों के पास ही मौजूद रहेगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से इंदौर स्वच्छता में नंबर वन है इस तरीके से अब इंदौर ग्रीन सिटी के नाम से भी जाना जाएगा। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने दावा किया कि जिस तरह से लोग इंदौर की स्वच्छता देखने के लिए आते हैं उसी तरह से आने वाले समय में लोग इंदौर की हरियाली को देखने पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि यह रेवती पहाड़ी आने वाले समय में एक पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित हो जाएगी।