इंदौर। शहर के युग पुरुष आश्रम का मामला लगातार गरमाता हुआ नजर आ रहा है। इस आश्रम में कई अनियमिताएं अब तक सामने आ चुकी हैं। आश्रम में क्षमता से अधिक बच्चों को रखा गया है और इसके साथ ही खराब दूषित पानी बच्चों को पिलाया जा रहा था। बच्चों में कई बीमारियां फैली है जिसके चलते अब तक 71 बच्चे अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं। वहीं 6 बच्चों की अब तक मौत की पुष्टि प्रशासन ने की है और तीन बच्चे अभी लाइव सपोर्ट सिस्टम पर जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।
जांच में एक बच्चे की मौत का खुलासा
संस्था के पास उपलब्ध रजिस्टर में 29 जून को एक बच्चे की मौत का जिक्र किया गया था जब इस बच्चे की मौत की जानकारी संचालिका से मांगी गई तो वह यह कहती नजर आई के बच्चे को मौत के बाद परिजनों के हवाले कर दिया था। जिसके बाद परिजनों ने उन्हें मुक्तिधाम में दफना दिया। बड़ा सवाल खड़ा होता है कि प्रशासन लगातार पिछले चार दिनों से इस पूरे मामले में पूछताछ में जुटा हुआ था लेकिन युग पुरुष आश्रम की संचालिका का प्रशासन से बच्चों की मौत की जानकारी छुपाते हुए नजर आई है। इस मामले में नाराज होकर कलेक्टर ने युगपुरुष आश्रम को एक शोकाज नोटिस जारी किया है जिसमें तीन दिनों के अंदर संतुष्टिपूर्ण जवाब न मिलने के बाद कार्रवाई की बात कही गई है
शव दफनाने के मामले में पूछताछ
जिला प्रशासन की टीम अब पंचकू या मुक्तिधाम में दफन गए अज्ञात बच्चों की भी जानकारी जुटाना में लगी हुई है कि अब तक पंचकुइयां मुक्तिधाम में कितने अज्ञात बच्चों को दफनाया गया है। इन्हें दफनाने कौन पहुंचा था। जिला प्रशासन की टीम जल्द ही इस पूरे मामले में और भी बड़ा खुलासा कर सकती है क्योंकि पंचकुइया मुक्तिधाम में पिछले 7 दिनों में और भी बच्चों को दफनाया गया है जिनकी अब जिला प्रशासन जांच करने में जुटा हुआ है। इसके साथ ही युगपुरुष आश्रम के रजिस्टर और पुराने रिकॉर्ड को भी खंगाला जा रहा है जिनके अंदर बच्चों के आने-जाने से लेकर मौत तक की एंट्री की जांच की जा रही है। जांच में जल्द ही बड़ा खुलासा होने की आशंका है