आगरा. उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्ससंग के दौरान हुई भगदड़ में 134 लोगों की मौत हो गई है. जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं. मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है. हादसे के बाद आगरा स्वास्थ्य विभाग भी एलर्ट मोड़ पर है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी अरुण श्रीवास्तव ने 5 टीम हाथरस के लिए रवाना की है. साथ ही आगरा से 5 एंबुलेंस और एक शव वाहन भी हाथरस भेजा गया है. शहर के पोस्टमार्टम गृह और एसएन मेडिकल कॉलेज को भी एलर्ट मोड़ पर रखा गया है. आगर सीएमओ अरुण श्रीवास्तव खुद संभाल कमान रहे हैं.
इस घटना के बाद घायलों और मृतकों के परिजनों ने भारी आक्रोश है. वे लोग हाथरस डीएम आशीष कुमार को सस्पेंड करने की मांग उठा रहे हैं. लोगों का आरोप है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले घायलों में से 70 फिसदी लोगों की जान अस्पताल की आव्यवस्थाओं की वजह से गई है. बता दें कि कल बुधवार को सीएम योगी आदित्यानाथ हाथरस जाएंगे और घटनास्थल का मौका मुआयना कर घायलों और मृतकों के परिजनों से मुलाकात करेंगे. इधर, शवों के पोस्टमार्टम को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. सीएमओ का कहना है कि शवों के पोस्टमार्टम के लिए व्यवस्था की गई है. पोस्टमार्टम के लिए 3 टीम तैनात है जबकि 5 टीमें रिजर्व में हैं.
एटा में मेडिकल कॉलेज में लाशों का ढेर देखकर ड्यूटी पर तैनात सिपाही को हार्ट अटैक आ गया. इससे उसकी मौत हो गई. बताया जा रहा है कि कांस्टेबल क्यीआरटी अवागढ़ में तैनात था. उसे मेडिकल कॉलेज आपात ड्यूटी पर बुलाया गया. इतनी लाशें देखकर वह बर्दाश्त न कर सका. उसे हार्ट अटैक आ गया. सिपाही मूल रूप से अलीगढ़ जिले के बन्ना देवी थाना क्षेत्र के सिद्धार्थनगर का रहने वाला था.
गौरतलब है कि हाथरस के सिकंदराराऊ थाने के फुलवरिया में सत्संग में भगदड़ मचने से यह हादसा हुआ है. हाथरस सत्संग में हुए हादसे की चश्मदीद एक महिला ने बताया कि सत्संग खत्म होने के बाद लोगों में अचानक भगदड़ मच गई. लोग तेजी से भागने लगे और जान बचाने के लिए एक दूसरे के ऊपर गिरने लगे. लोगों ने खींच खींचकर उन्हें वहां से निकाला.