अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस बीच, रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार निक्की हेली ने राष्ट्रपति जो बाइडन की स्वास्थ्य चिंताओं को लेकर आ रही खबरों पर बात की और बताया कि कई लोगों के दिमाग में क्या चल रहा है।
दक्षिण कैरोलिना की पूर्व गवर्नर हेली ने भारतीय-अमेरिकी उद्यमी विवेक रामास्वामी के शब्दों को दोहराया। जिन्होंने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि डेमोक्रेटिक पार्टी अपने सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति बाइडन को बलि के बकरे के रूप में पेश कर रही है। बता दें कि अटलांटा में हुई डिबेट में खराब प्रदर्शन के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी और मुख्यधारा की अमेरिकी मीडिया में बाइडन को चुनावी दौड़ से बाहर करने की मांग बढ़ रही है। हालांकि, बाइडन के प्रचार अभियान का कहना है कि वह हार नहीं मान रहे हैं और पांच नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए मुकाबला करने के लिए तैयार हैं। अभियान ने कहा, बाइडन डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार हैं। उम्मीदवार नहीं बदला जा रहा है। बाइडन डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने के लिए प्राइमरी चुनाव जीत हासिल कर चुके हैं।
अमेरिकी अखबार ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने शनिवार को बताया कि हेली ने अपने ताजा बयान में बाइडन को बाहर करने की डेमोक्रेट पार्टी की कथित रणनीति के बारे में रिपब्लिकन पार्टी को आगाह किया। हेली ने दावा किया कि डेमोक्रेट किसी युवा को मैदान में उतारने जा रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि वे किसी का परीक्षण करने जा रहे हैं, जो पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए बड़ी मुसीबत ला सकता है।
हेली ने आगे कहा, यह रिपब्लिकन पार्टी के लिए तैयारी करने और आने वाले समय के लिए तैयार होने का समय है। उन्होंने कहा, अगर वे जो बाइडन को उम्मीदवार बनाए रखते हैं तो डेमोक्रेटिक पार्टी के जिंदा बचने का कोई रास्ता नहीं है। प्राथमिक चुनाव में ट्रंप की प्रतिद्वंद्वी हेली ने बाइडन की मानसिक क्षमता पर सवाल उठाते हुए एक इंटरव्यू को भी साझा किया। उन्होंने एक लेख का लिंक साझा करते हुए लिखा, अमेरिका सबसे मजबूत नेता पाने का हकदार है। गुरुवार की रात (अटलांटा में डिबेट) चौंकाने वाली थी। यही वजह है कि मैं राष्ट्रपति पद के लिए दौड़ लगाने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए मानसिक क्षमता के परीक्षण की मांग कर रही हूं।