पणजी । गोवा में बुधवार को हिंदू नेताओं के एक सम्मेलन में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने के बाद “फलस्तीन की प्रशंसा” करने के लिए अयोग्य ठहराने की मांग की गई। हिंदू नेताओं ने दक्षिण गोवा के पोंडा तालुका में चल रहे वैश्विक हिंदू राष्ट्र महोत्सव के 12वें संस्करण में हैदराबाद के सांसद के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया। सम्मेलन का आयोजन करने वाली हिंदू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदे ने कहा कि ओवैसी ने मंगलवार को लोकसभा में सांसद के रूप में शपथ लेने के बाद “जय भीम, जय मीम, अल्लाहु अकबर और जय फलस्तीन” के नारे लगाए।
उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 102डी में कहा गया है कि यदि कोई व्यक्ति किसी विदेशी राज्य के प्रति निष्ठा प्रदर्शित करता है तो वह संसद के किसी भी सदन का सदस्य होने से अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा। शिंदे ने कहा, “इस राष्ट्र की सेवा करने की शपथ लेते हुए किसी विदेशी राष्ट्र के प्रति निष्ठा दिखाना न केवल देशद्रोह है, बल्कि राष्ट्रीय अपमान भी है।” शिंदे ने कहा कि हिंदू सम्मेलन में भाग लेने वालों ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर मांग की कि उन्हें जल्द से जल्द 18वीं लोकसभा से अयोग्य घोषित किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव को केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री के साथ साझा किया जाएगा।