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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर ऐलान किया है कि उच्च शिक्षा और स्कूली शिक्षा में राम और कृष्ण के पाठ पढ़ाए जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा की गई घोषणा के बाद पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि भगवान राम और कृष्णा हमारे आदर्श हैं, उनके बारे में पढ़ाया जाना चाहिए। लेकिन दूसरे धर्म के धर्म गुरुओं के बारे में भी पढ़ाना चाहिए।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने यह की थी घोषणा
गौरतलब है कि शुक्रवार 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर हुए कार्यक्रम में सीएम ने शिरकत की थी। उसके बाद सीएम मोहन ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि रामपथ गमन और श्री कृष्ण पथ गमन दो परियोजनाओं को राज्य सरकार ने अपने हाथ में लिया है। भगवान राम और कृष्ण राज्य में जिन-जिन स्थानों पर गए हैं, उन स्थानों को राज्य सरकार ने तीर्थ स्थल के तौर पर विकसित करने का फैसला किया है।
दिग्विजय सिंह बोले- क्या गुरु नानक को नहीं पढ़ाना चाहिए?
मुख्यमंत्री मोहन यादव के बयान के बाद पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि भगवान राम और कृष्ण हमारे आदर्श हैं। भगवान राम और कृष्ण के बारे में पढ़ाया जाना चाहिए, जिससे हमारे समाज को सीखने को मिले। राम और कृष्ण के अलावा दूसरे धर्म के धर्म गुरुओं के बारे में भी पढ़ाना चाहिए। लेकिन सवाल यह भी है कि क्या गुरु नानक को नहीं पढ़ना चाहिए? क्या जीजस को नहीं पढ़ाना चाहिए और क्या मोहम्मद साहब के बारे में नहीं पढ़ाना चाहिए? उन्होंने कहा कि मेरा तो ऐसा मानना है कि सभी धर्म के धर्म गुरुओं के विचारों को पढ़ाया जाए।