पूरे विश्व में आज 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है. राजधानी लखनऊ में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लिया. जहां सीएम योगी और राज्यपाल ने योग किया.
दरअसल, 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर राजधानी लखनऊ स्थित राजभवन प्रांगण में सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हुए और योगाभ्यास किया. यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “आज मैं आप सभी को 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की बधाई देता हूं…ये अवसर हमें देश के पीएम मोदी ने दिया है जिनके प्रयास से और विजन का परिणाम है कि आज दुनिया के करीब पौने दो सौ देश अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के साथ जोड़कर भारत इस विरासत के साथ अपने आपको जोड़कर भारत की संस्कृति को, भारत की परंपरा को गौरवान्वित करने का प्रयास करेंगे. ह अपने पूर्वजों और विरासत के प्रति इससे बड़ा सम्मान दूसरा और कोई नहीं हो सकता.
योग मानवता के अनुकूल है: CM योगी
सीएम योगी ने कहा कि योग मानवता के अनुकूल है, जो देश, समाज, काल परिस्थितियों से बाधित होकर के भी संपूर्ण मानवता के कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करता है. इस कार्य के साथ यदि हम जुड़ते हैं और संपूर्ण मानवता को जोड़ते हैं तो यह पूर्वजों और विरासत के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धा कही जाती है. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हम सभी के लिए भारत की इसी परंपरा के प्रति, इसी श्रद्धा को व्यक्त करने का एक माध्यम बना है.
काया स्वस्थ है तो मन स्वयं ही स्वस्थ हो जाएगा
सीएम योगी ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि योग एक संपूर्ण विद्या है जो हमें शारीरिक और मानसिक रूप से एकजुट करता है. भारत की ऋषि परंपरा को देखें तो उन लोगों के पास कितनी दूरदर्शिता थी, किस तरह उन्होंने समाज को जोड़ा, धर्म को योग के साथ जोड़ने का एक अभिनव प्रयास इस रूप में हुआ. जब हम धर्म की बात करते हैं तो धर्म के दो हित सामने दिखते हैं. एक है इस लोक में विकास के लिए, खुशी और खुशहाली के लिए, ईज ऑफ लिविंग के लिए कार्य करना. और दूसरा है कि जन्म के बाद मोक्ष की प्राप्ति हो. यानी धर्म के दो हित भारत की ऋषि परंपरा ने हम सबको बताए हैं.
शरीर माध्यम खलु धर्म साधनम्
मुख्यमंत्री ने कहा, योग भी हम सबको उसी परंपरा के साथ जोड़ने का काम करता है. भारतीय मनीषा भी इसी बात को कहती है कि शरीर माध्यम खलु धर्म साधनम्, अर्थात सभी कार्य तभी पूर्ण हो सकते हैं जब आपका शरीर साथ हो. काया स्वस्थ है तो मन स्वयं ही स्वस्थ हो जाएगा. योग में हर किसी के लिए अलग-अलग योग विद्याएं हैं. बालक हों, युवा हों, अधेड़ हों या फिर बुजुर्ग हों, सभी योग का अभ्यास करके खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रख सकते हैं.
योग को बनाएं दिनचर्या का हिस्सा
सीएम योगी ने योग दिवस की थीम पर कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस जिस थीम ‘योग सबके लिए’ के साथ पूरी दुनिया में आयोजित हो रहा है, इसका अर्थ है कि इसमें कोई भेद नहीं है. इसमें जाति का भेद नहीं है, क्षेत्र का, भाषा का, काल का, देश का भेद नहीं है. मेरी अपील है कि योग को नियमित अभ्यास का हिस्सा बनाएं. एक समय आपको स्वयं अहसास होगा कि जो भी समय आपने योग के लिए समर्पित किया है वो आपके स्वस्थ और दीर्घ जीवन के लिए, आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अति उत्तम रहा है. यदि नियमित दिनचर्या के साथ इसको आगे बढ़ाएंगे तो इसका हमें भरपूर लाभ प्राप्त होगा.