किसके सिर सजेगा जीत का सेहरा, किस पार्टी को मिलेंगी कितनी सीटें और किसकी बनेगी सरकार….कुछ ही देर में इन सवालों के जवाब मिल जाएंगे। लोकसभा चुनाव के वोटों की गिनती सुबह 8 बजे शुरू हो जाएगी।
‘जो निर्णय होगा, उसे सम्मानपूर्वक स्वीकार करना चाहिए’
मतगणना पर चंडीगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार मनीष तिवारी ने कहा, ‘आज मंगलवार है, हनुमान जी का दिन है। लोगों ने अपनी राय व्यक्त कर दी है। राय ईवीएम में बंद हो गई है। ईवीएम खुल जाएगी और राय सामने आ जायेगी। जनता का जो भी निर्णय होगा, उसे सभी को सम्मानपूर्वक स्वीकार करना चाहिए। ये भारतीय लोकतंत्र की क्षमता है।’
भाजपा मुख्यालय में तैयारियां जोरों पर
लोकसभा चुनाव 2024 की मतगणना के लिए दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में तैयारियां की जा रही हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के लिए खाना तैयार किया जा रहा है।
हैदराबाद को न्याय दिलाएंगे-माधवी लता
मतगणना से पहले हैदराबाद से भाजपा उम्मीदवार माधवी लता ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मैं बहुत उत्साहित हूं और जिन लोगों ने पूरे देश में बीजेपी को वोट दिया है, वे सभी खास तौर पर इस खास सीट का इंतजार कर रहे हैं जिसे हम जीतेंगे और हैदराबाद को न्याय दिलाएंगे। हम सभी जानते हैं कि पीएम मोदी पूरे दो कार्यकालों में उन्होंने देश के लिए जबरदस्त काम किया है बल्कि उन्होंने सभी भारतीयों के दिलों में ‘मोदी का परिवार’ का एक खूबसूरत हस्ताक्षर भी छोड़ा है। देश आज उनकी प्रार्थनाओं, आशीर्वादों और ‘400 पार’ की कामना कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जनता के इन आशीर्वादों से हैदराबाद की सीट जीतने के साथ-साथ देश में सकारात्मकता का जबरदस्त तूफान आएगा।
हर संसदीय सीट से औसतन 15 उम्मीदवार
इस बार हर संसदीय सीट पर औसतन 15 प्रत्याशी मैदान में थे। तेलंगाना में यह औसत 31 रहा, तो लद्दाख व नागालैंड में औसत तीन-तीन उम्मीदवार मैदान में थे। तमिलनाडु की करूर में सर्वाधिक 54 उम्मीदवार थे।
चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार आवश्यक प्रबंध पूरे- अयोध्या IG
लोकसभा चुनाव 2024 की मतगणना की तैयारी पर अयोध्या के IG प्रवीण कुमार ने जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार आवश्यक प्रबंध कर लिए गए हैं। CCTV लगा दिए गए हैं। सुरक्षा बलों को ब्रीफिंग कर दी गई है।किसी भी अप्रिय घटना पर नजर रखी जाएगी और जो कोई भी शरारत करने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वाराणसी लोकसभा सीट पर रहेंगी सबकी निगाहें
उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट इस चुनाव की सबसे चर्चित सीट है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार यहां से भाजपा के उम्मीदवार हैं। कांग्रेस ने अपने प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को एक बार फिर चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं बसपा ने अतहर जमाल लारी को अपना चेहरा बनाया है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उतरे थे। उनके सामने कांग्रेस ने अजय राय और सपा ने शालिनी यादव को उतारा था। नतीजे भाजपा के पक्ष में रहे और यहां प्रधानमंत्री ने सपा की शालिनी यादव को 4,79,505 मतों से बड़े अंतर से शिकस्त दी थी। इस चुनाव में नरेंद्र मोदी को 6,74,664 वोट, सपा उम्मीदवार शालिनी को 1,95,159 और कांग्रेस के अजय राय को 1,52,548 वोट मिले थे। पिछले चुनाव में वाराणसी में कुल 57.13% लोगों ने मतदान किया था।
हर विधानसभा क्षेत्र के पांच मतदान केंद्रों की वीवीपैट पर्चियों की गणना
वीवीपैट पर्चियों की गिनती कंट्रोल यूनिट से वोटों की गिनती पूरी होने के बाद ही शुरू होगी। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र/संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के बेतरतीब रूप से चयनित पांच मतदान केंद्रों की वीवीपैट पर्चियों का अनिवार्य सत्यापन मतगणना पूरी होने के बाद ही किया जाएगा।
बेहद अहम है फाॅर्म 17सी व ईवीएम की कंट्रोल यूनिट
- मतों की गिनती के लिए मतदान केंद्र में इस्तेमाल ईवीएम की केवल कंट्रोल यूनिट (सीयू) और फॉर्म 17सी की आवश्यकता होती है।
- ईवीएम की सीयू से मतों की गिनती से पहले मतगणना अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि उन पर लगी पेपर सील बरकरार है और डाले गए कुल वोट फॉर्म 17सी में लिखे मतों से मेल खाते हैं।
- कंट्रोल यूनिट का परिणाम गणना पर्यवेक्षक, माइक्रो पर्यवेक्षक और उम्मीदवारों के गणना एजेंटों को दिखाने के बाद फार्म 17सी के भाग-2 में दर्ज किया जाएगा।
- कंट्रोल यूनिट के डिस्प्ले पैनल में परिणाम प्रदर्शित न होने की स्थिति में सभी सीयू की गणना पूरी होने के बाद संबंधित वीवीपैट की वीवीपैट पर्चियों की गणना की जाएगी।
- हर कंट्रोल यूनिट का उम्मीदवारवार परिणाम फार्म 17सी के भाग-2 में दर्ज किया जाएगा तथा मतगणना पर्यवेक्षक और मतगणना मेज पर मौजूद उम्मीदवारों के मतगणना एजेंटों के उस पर हस्ताक्षर कराए जाएंगे।
- प्रत्येक मतदान केंद्र का फार्म 17सी उस अधिकारी को भेजा जाएगा जो फार्म 20 में अंतिम परिणाम शीट एकत्र कर रहा है।
हर राउंड के नतीजे दिखाए जाएंगे
उन्होंने कहा कि सभी पार्टियों के साथ हुई बैठक में यह मांग रखी गई कि सीसीटीवी फुटेज में दिन और तारीख दिखाई जाए, इसके अलावा प्रत्येक राउंड के नतीजों को डिस्प्ले किया जाए। हमने ये मांगें स्वीकार की हैं। राजीव कुमार ने कहा था जो काउंटर पर बैठते हैं, जो कंटेस्ट करते उनकी तरफ से अक्सर कोई शिकायत नहीं होती है। लेकिन फिर भी कुछ लोग सिर्फ गलत मंशा से उपद्रव करने के लिए शिकायत करते हैं। ऐसे लोगों से सख्ती से निपटा जाएगा।
सुरक्षा व्यवस्था सख्त, कई राज्यों में केंद्रीय बलों की तैनाती
मतगणना के दौरान या उसके बाद होने वाली किसी भी संभावित हिंसा से निपटने के लिए भी तैयारियां की गई हैं। चुनाव आयोग ने किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए सात राज्यों में केंद्रीय बलों की तैनाती की है। बता दें कि ऐसा पहली बार हो रहा है जब आचार संहिता के हटने के बाद चुनाव आयोग ने सात राज्यों में केंद्रीय बलों की तैनाती की है। इस बारे में मुख्य चुनाव आयुक्त ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पहले के चुनावों में हुई हिंसा को देखते हुए हमने एहतियात बरती है और सात राज्यों में केंद्रीय बलों की तैनाती की है। इन राज्यों में आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और मणिपुर शामिल हैं। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में काउंटिंग के दो दिन बाद तक फोर्सेस तैनात रहेंगी।
64.2 करोड़ मतदाताओं ने चुने अपने प्रतिनिधि
लोकसभा चुनाव में 31.2 करोड़ महिलाओं सहित 64.2 करोड़ मतदाताओं ने वोट डालकर विश्व रिकॉर्ड बनाया। देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने नतीजों से एक दिन पहले सोमवार को पूरी चुनावी प्रक्रिया, चुनौतियों व उपलब्धियों को साझा किया उन्होंने कहा कि अगर दुनिया से तुलना करें तो मतदाताओं की यह तादाद जी-7 देशों के कुल मतदाताओं से करीब 150% और यूरोपीय संघ के 27 देशों के कुल मतदाताओं से 250% ज्यादा है।
ईवीएम-वीवीपैट मिलान अहम
इस बार मतगणना के अंतिम राउंड में होने वाले ईवीएम से वीवीपैट के मिलान की प्रक्रिया बेहद अहम होगी। विपक्षी दलों ने मतगणना में जुटे अपने कार्यकर्ताओं को इस दौरान मतगणना केंद्र पर मौजूद रहने और मिलान पर पैनी नजर रखने का निर्देश दिया है। विपक्षी दलों का मानना है, अंतिम राउंड से पहले प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों से पिछड़ने के बाद कार्यकर्ता ईवीएम-वीवीपैट मिलान पर ध्यान नहीं देते। हर विधानसभा क्षेत्र में पांच मतदान केंद्रों की वीवीपैट पर्चियों का अनिवार्य सत्यापन मतगणना पूरी होने के बाद किया जाएगा।
सुबह आठ बजे से शुरू होगी मतगणना
आम चुनाव के संदर्भ में सुबह आठ बसे से मतगणना की प्रक्रिया शुरू होगी। सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती होगी। इसके 30 मिनट बाद ही ईवीएम से मतों की गिनती शुरू होगी। हालांकि, डाक मतपत्रों को ईवीएम के आंकड़े के बाद ही जोड़ा जाएगा।
ऐसे होगी गिनती…पहले डाक मतपत्र, फिर ईवीएम की बारी
किसी भी मतगणना केंद्र के एक हॉल में कुल 15 टेबल लगी होती है। 14 टेबल गिनती के लिए और एक रिटर्निंग ऑफिसर के लिए होती है। डाक मतपत्रों की गिनती सबसे पहले रिटर्निंग ऑफिसर के टेबल पर की जाती है। डाक मतपत्रों की गिनती शुरू होने के 30 मिनट बाद ही ईवीएम से मतों की गिनती शुरू होती है। किसी संसदीय क्षेत्र में डाक मतपत्र नहीं होने पर ईवीएम से मतों की गिनती निर्धारित समय पर शुरू की जा सकती है।