मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से एक बड़ी कार्रवाई के बाद कोटक महिंद्रा बैंक का हाल बुरा हो चुका है. पिछले दो दिनों में इसके शेयरों में 13 फीसदी की गिरावट आई है, जिस कारण निवेशकों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है. गुरुवार को इसके शेयर 10 फीसदी से ज्यादा गिरे, जबकि शुक्रवार को इस बैंक के शेयरों में करीब 2 फीसदी की गिरावट आई. अभी इस बैंक के शेयर 1,614.70 रुपये पर हैं.
कोटक महिंद्रा बैंक के शेयरों में गिरावट के कारण बैंक का मार्केट कैप भी तेजी से गिरा है और यह घटकर 3.19 लाख करोड़ रुपये हो चुका है. ऐसे में इसने देश के चौथे सबसे बड़े बैंक का दर्जा भी खो दिया है. अब देश का चौथा सबसे बड़ा बैंक Axis Bank है.
एक्सिस बैंक ने कोटक महिंद्रा बैंक को छोड़ा पीछे
एक्सिस बैंक ने मार्च तिमाही के मजबूत नतीजों के बाद इसके शेयरों में लगभग पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है, जिस कारण इसके मार्केट कैप में उछाल आया है और इसका बाजार पूंजीकरण बढ़कर 3.48 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जो कोटक महिंद्रा बैंक के मार्केट कैप से ज्यादा है. एक्सिस बैंक ने जनवरी-मार्च तिमाही में ₹ 7,130 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया , जबकि पिछले साल की इसी अवधि में उसे ₹ 5,728.4 करोड़ का घाटा हुआ था.
कोटक महिंद्रा बैंक को हुआ इतना नुकसान
आरबीआई की कार्रवाई से पहले बुधवार को कोटक महिंद्रा बैंक का मार्केट कैपिटलाइजेशन 3.66 लाख करोड़ रुपये था, जो पिछले दो दिन में गिरकर 3.19 लाख करोड़ रुपये हो चुका है. इसका मतलब है कि कोटक महिंद्रा बैंक का मार्केट कैप में 47000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. सिर्फ गुरुवार को कोटक महिंद्रा बैंक का मार्केट कैप 36 हजार करोड़ रुपये घटा था.
आरबीआई ने कोटक महिंद्रा पर क्या लगाया प्रतिबंध?
भारतीय रिजर्व बैंक ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कोटक महिंद्रा बैंक को ऑनलाइन नए कस्टमर्स जोड़ने और नए कस्टमर्स को क्रेडिट कार्ड जारी करने से रोक दिया है. आरबीआई ने कहा कि उसे 2022 और 2023 के लिए आईटी इन्वेंट्री मैनेजमेंट विक्रेता जोखिम मैनेजमेंट और डेटा सुरक्षा में “गंभीर कमियां और गैर-अनुपालन” मिले थे. आरबीआई के द्वारा लगाए गए इस प्रतिबंध का असर मौजूदा कस्टमर्स पर नहीं होगा.