शेयर मार्केट में शानदार रिटर्न देने वाले कई स्टॉक हैं। लेकिन ऐसे स्टॉक काफी कम होंगे जिनके सिर्फ 10 शेयरों ने निवेशक को साल भर में लखपति बना दिया हो। ऐसा ही एक शेयर है फोर्स मोटर्स (Force Motors)। एक साल पहले इसके शेयर का भाव 1300 रुपये के आसपास था जो आज 10000 रुपये के करीब पहुंच गया है।
नई दिल्ली। अगर आपने एक साल पहले फोर्स मोटर्स (Force Motors) का 13,000 रुपये में 10 भी शेयर खरीदा होता, तो यह आज आपको तकरीबन लखपति बना चुका होता। ऑटोमोबाइल निर्माता फोर्स मोटर्स लिमिटेड के शेयरों में पिछले एक साल भारी उछाल आया है।
पिछले साल अप्रैल तक फोर्स मोटर्स के शेयरों का दाम 1,300 रुपये भी कम था। लेकिन, उसके बाद इसमें जोरदार तेजी देखी गई। यह एक से दो, दो से चार और फिर चार से आठ हजार रुपये तक पहुंचा। लेकिन, यह रुका तब भी नहीं।
आज फोर्स मोटर्स के एक शेयर मोटर्स का दाम साढ़े 9 हजार रुपये से अधिक है। वह भी तब, जब खराब नतीजों के चलते पिछले दो दिनों से इसमें गिरावट देखी जा रही है। इसका मतलब कि अगर आपने एक साल पहले फोर्स मोटर्स के 13,000 रुपये में 10 शेयर खरीदे होते, तो आज उनकी वैल्यू 95 हजार रुपये से अधिक होती।
कितना मिला है रिटर्न
पिछले 1 महीने के दौरान भी फोर्स मोटर्स के शेयरों में 26 फीसदी से अधिक यानी करीब 2,000 रुपये का उछाल आया है। पिछले 6 महीने में इसने 115 फीसदी का रिटर्न दिया है। लेकिन, इसने सारे रिकॉर्ड तोड़े हैं पिछले एक साल के प्रदर्शन से ही। इस दौरान कंपनी के शेयर प्राइस में 600 फीसदी से अधिक का उछाल आया है। इसका 52 वीक का हाई 10,277 रुपये और लो 1,299 रुपये है।
कब शुरू हुई थी फोर्स मोटर्स
फोर्स मोटर्स लिमिटेड भारत की एक मल्टीनेशनल ऑटोमेटिव मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है। 1958 से 2005 तक इसका नाम बजाज टेंपो मोटर्स था, क्योंकि इसकी शुरुआत बजाज ट्रेडिंग लिमिटेड और जर्मनी के टेंपो के बीच ज्वॉइंट वेंचर के तौर पर हुई थी। इसके फाउंडर थे, एनके फिरोडिया। फोर्स मोटर्स की पैरेंट कंपनी Jaya Hind Investments Private Limited है, जिसके पास 57.38 हिस्सेदारी है।
क्या करती है फोर्स मोटर्स?
फोर्स मोटर्स देश की सबसे बड़ी वैन निर्माता है। इसे टेंपो, मैटाडोर, मिनीडोर और ट्रैवलर जैसे ब्रांडों के लिए जाना जाता है। इसकी चर्चित गाड़ियों में गुरखा और तूफान शामिल हैं। फोर्स मोटर्स अपनी खुद की गाड़ियों के साथ दूसरी कार कंपनियों के लिए इंजन भी बनाती है। इसने पिछले पांच दशकों में रोल्स रॉयस, मर्सिडीज, BMW और डेमलर जैसी प्रतिष्ठित ग्लोबल कंपनियों के साथ साझेदारी में काम किया है।
लाइट कॉमर्शियल व्हीकल्स (LCV), स्मॉल कॉमर्शियल व्हीकल्स (SCV), स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल्स (SUV) और ट्रैक्टर इसके उत्पादों की प्रमुख कैटेगरी हैं। फोर्स मोटर्स का भारत के साथ कई अन्य बाजारों में भी दखल है। यह अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और जर्मनी में अपनी गाड़ियों और ऑटोमोटिव पार्ट्स का निर्यात करती है।