इंदौर: मां अहिल्या की नगरी इंदौर में भव्य श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन 28 अप्रैल रविवार से हो रहा है। बागेश्वर धाम सरकार पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के मुखारविंद से मां कनकेश्वरी गरबा परिसर आईटीआई रोड पर कथा का आयोजन किया जा रहा है। इस सात दिवसीय आयोजन में भक्ति की धारा बहेगी। स्वर्गीय राम रतन चौधरी एवं भगवती देवी चौधरी की पावन स्मृति में यह आयोजन हो रहा है। कथा के पहले दिन कलश यात्रा में निकलेगी और शाम को प्रसिद्ध
भजन गायक कन्हैया मित्तल की भजन संध्या भी होगी।
मुख्य यजमान अक्षत रामचंद्र चौधरी (खातीपुरा) ने बताया कि सात दिवसीय श्रीमद् कथा की शुरुआत 28 अप्रैल, रविवार को सुबह दस बजे कलश यात्रा के साथ होगी, यह कलश यात्रा कनकेश्वरी माता मंदिर परिसर से निकाली जाएगी। कथा शाम चार बजे से होगी। कथा बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के मुखारविंद से 28 अप्रैल से 4 मई तक प्रतिदिन शाम 4 बजे से 7 बजे तक होगी। कथा के लिए एक लाख वार्गफीट में तीन पंडालों को बनाया जा रहा है, जिसमें हजारों भक्तों के बैठने के लिए समुचित बैठक व्यवस्था रहेगी, राजस्थान के मुख्य खाटू श्याम मंदिर की प्रतिकृति मंच पर बनाई जा रही है जिसमें खाटू श्याम बाबा का दरबार भी बनाया जा रहा है, कथा के दौरान प्रतिदिन भगवान का मनोहारी श्रृंगार होगा और महाआरती की जाएगी। कथा के साथ-साथ भजन संध्या का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसमें कथा के पहले दिन 28 अप्रैल को प्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल के भजन संध्या रात 8:00 बजे से रहेगी, उसके बाद 29 अप्रैल को गीताबेन रबारी की भजन संध्या होगी।
दो मई को लगेगा दिव्य दरबार
दो मई को दिव्य दरबार भी लगेगा जिसमें दुःखी पीड़ित लोगों की अर्जी भी लगेगी। भक्ति में भक्त रमेंगे, कथा में प्रतिदिन हजारों भक्त जुटकर कथा का रसपान करेंगे। पंडित शास्त्री कथा में विभिन्न प्रसंगों का वर्णन करेंगे। सात दिनों तक जमकर भक्ति की धारा बहेगी। कथा के लिए भव्य पंडाल बनाए गए हैं जिसमें भक्त बैठकर कथा सुनेंगे, इस आयोजन की सभी तैयारियां अंतिम चरणों में है कई दिनों से पंडाल तैयार किया जा रहा है। मां कनकेश्वरी गरबा परिसर, आई टी आई रोड पर आयोजित होने जा रही है इस कथा में इंदौर सहित पूरे प्रदेश भर के भक्त जुटेंगे। शुक्रवार को विधायक रमेश मेंदोला ने कथा स्थल की तैयारी का जायजा लिया। पूरा आयोजन की व्यवस्था संभालने के लिए सैकड़ों कार्यकर्ताओं की टीम बनाई गई है कथा में साधु संत भी सम्मिलित होंगे।