देश की 18वीं लोकसभा के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. चुनावी माहौल के बीच एबीपी सीवोटर के सर्वे में सामने आया है कि हरियाणा की जनता केंद्र और राज्य सरकार के कामकाज से ज्यादा खुश नहीं है. हालांकि, सरकार के प्रति नाराजगी के बावजूद प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी पसंदीदा चेहरा हैं. हरियाणा के 42 फीसदी लोग केंद्र सरकार के कामकाज से खुश हैं. वहीं, 31 फीसदी लोग मोदी सरकार के काम से संतुष्ट नहीं हैं. हरियाणा के 37 फीसदी लोग राज्य सरकार के कामकाज से नाखुश हैं और 29 फीसदी लोग थोड़े संतुष्ट हैं. शायद इसी वजह से राज्य में मुख्यमंत्री का चेहरा बदला गया है.
हरियाणा में अधिकतर समय तक मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री रहे, लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें सीएम पद से हटाकर लोकसभा का टिकट दिया गया है. क्योंकि हरियाणा के 38 फीसदी लोग मुख्यमंत्री के कामकाज से असंतुष्ट हैं.
53 फीसदी लोग पीएम के कामकाज से खुश
हरियाणा के 53 फीसदी लोग पीएम मोदी के कामकाज से खुश हैं. 26 फीसदी लोग खुश नहीं हैं. 20 फीसदी लोग ऐसे हैं, जो पीएम के कामकाज से नाराज नहीं है, लेकिन कम संतुष्ट हैं. हरियाणा में 25 फीसदी लोग ऐसे हैं, जो केंद्र सरकार के कामकाज से थोड़े खुश हैं. इसके बावजूद प्रधानमंत्री पद के लिए 64 फीसदी लोगों की पहली पसंद पीएम मोदी हैं. 28 फीसदी लोग राहुल गांधी को देश का प्रधानमंत्री बनते देखना चाहते हैं. 5 फीसदी लोग ऐसे हैं, जो तीसरे विकल्प को पीएम बनाना चाहते हैं. वहीं, 3 फीसदी लोग इस बारे में स्पष्ट सोच नहीं रखते.
किसे कितना वोट?
इस सर्वे के अनुसार राज्य में 54 फीसदी वोट एनडीए गठबंधन के खाते में जा सकते हैं. 40 फीसदी वोट विपक्षी गठबंधन और 2 फीसदी वोट आईएनएलडी को मिल सकते हैं. मार्च में किए गए सर्वे से तुलना करें तो एनडीए गठबंधन को 2 फीसदी और विपक्षी गठबंधन को 2 फीसदी वोट का फायदा हुआ है. आईएनएलडी का वोट प्रतिशत पहले के समान है, लेकिन अन्य दलों को मिलने वाले वोट में 4 फीसदी की कमी आई है.
लोकसभा चुनाव में पहले चरण के लिए उम्मीदवारों का नामांकन पूरा हो चुका है. 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान होना है. मतदान के 7 चरण पूरे होने के बाद 4 जून को सभी 543 सीटों पर नतीजे आएंगे.