मंत्री के बेटे की गुंडागर्दी का मामला: मानव अधिकार आयोग ने कमिश्नर से मांगा जवाब, पूछा- किस आधार पर 4 पुलिसकर्मियों को किया निलंबित

भोपाल

भोपाल। मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के बेटे की गुंडागर्दी का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। मानव अधिकार ने इस पर संज्ञान लिया है। आयोग ने भोपाल पुलिस कमिश्नर से 15 दिन के अंदर जवाब मांगा है कि चार पुलिसकर्मियों को किस आधार पर निलंबित किया गया है। मानव अधिकार आयोग ने घटना के सीसीटीवी फुटेज और मामले सम्मिलित लोगों की मेडिकल रिपोर्ट्स देने को कहा है। साथ ही मंत्री के बेटे और उसके अन्य साथियों पर शराब सेवन के आरोपों को लेकर भी मेडिकल रिपोर्ट और जांच पड़ताल के बाद विवरण मांगा गया है। मंत्री के घर के सामने पार्क पर कब्जे को लेकर भी मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लिया। नगर निगम से अतिक्रमण होने की जांच कर प्रतिवेदन सौंपने के निर्देश दिए हैं और कहा है कि पार्क लोगों की सुविधा के लिए है। अगर अतिक्रमण है तो तत्काल कार्रवाई कर रिपोर्ट दें। 

क्या है पूरा मामला

दरअसल बीते दिनों राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के बेटे अभिज्ञान पटेल पर मारपीट करने का मामला दर्ज हुआ था। उस पर एक मीडिया कर्मी सहित चार लोगों पर अपने दोस्तों के साथ मिलकर मारपीट करने का आरोप है। उस दौरान कहा गया कि अभिज्ञान ने मीडिया कर्मी की बाइक को पीछे से टक्कर मारी और फिर मीडिया कर्मी की पिटाई की। उसने मीडियाकर्मी को बचाने आए घटनास्थल के पास स्थित एक रेस्टोरेंट के मालिक, उसकी पत्नी और नौकर की भी पिटाई कर दी। मारपीट का CCTV फुटेज भी सामने आया था। वहीं इस मामले में कार्रवाई करने वाले चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *