मुख्तार अंसारी के शव के पोस्टमार्टम को लेकर मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने कहा कि पोस्टमॉर्टम उनकी प्रक्रिया है. मैंने पत्र लिखा है कि इसे एम्स दिल्ली के डॉक्टरों द्वारा किया जाना चाहिए. हमें यहां की चिकित्सा प्रणाली, सरकार और प्रशासन पर भरोसा नहीं है. आप जानते हैं मैं ऐसा क्यों कह रहा हूं, पंचनामा हो चुका है. डीएम को फैसला लेना है, देखते हैं वह क्या फैसला लेते हैं. अभी पोस्टमॉर्टम शुरू नहीं हुआ है. हमें उम्मीद है कि हम जो संदेह जता रहे हैं, उसकी जांच में कोर्ट मदद करेगा. हमारी कानूनी टीम से परामर्श लें, हमें विश्वास है कि यह प्राकृतिक मौत नहीं बल्कि एक सुनियोजित हत्या है.
इससे पहले मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने बांदा के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर मांग की है कि उनके पिता का पोस्टमॉर्टम दिल्ली एम्स के डॉक्टरों से कराया जाए. अपने पत्र में अंसारी ने लिखा है कि उनके परिवार को बांदा की चिकित्सा व्यवस्था पर भरोसा नहीं है. वहीं बांदा में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने अतिरिक्त सीजेएम को मुख्तार अंसारी की मौत की जांच करने और एक महीने में रिपोर्ट सौंपने को कहा है.
वहीं विपक्ष के कई नेताओं ने मुख्तार अंसारी की मौत की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. इसके साथ ही विपक्ष के नेताओं ने बीजेपी सरकरा पर भी सवाल उठाए हैं. मुख्तार अंसारी के शव को बांदा मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों के एक समूह द्वारा पोस्टमार्टम किये जाने के बाद गाजीपुर जिले के मोहम्दाबाद यूसुफपुर स्थित उसके पैतृक निवास ले जाया जाएगा. बता दें कि मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद था और दिल का दौरा पड़ने की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया था लेकिन इलाज के दौरान गुरुवार (28 मार्च) की रात मुख्तार की मौत हो गई.