छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ महादेव एप मामले में रायपुर की आर्थिक अपराध शाखा ने बघेल और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। मामला आईपीसी की धारा 120बी, 34, 406, 420, 467, 468 और 471 के तहत दर्ज किया गया है। समाचार एजेंसी एएनआई के सूत्रों के मुताबिक, भूपेश बघेल और 21 अन्य के खिलाफ चार मार्च को मामला दर्ज किया गया था। लोकसभा चुनाव से पहले ये मामला कांग्रेस नेता के लिए कई समस्याएं पैदा कर सकता है।
पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ पुलिस की एफआईआर में आईपीसी के तहत धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश, विश्वासघात और जालसाजी से संबंधित विभिन्न धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और 11 के तहत आरोप लगाया गया है।
‘भूपेश बघेल की छवि खराब करने की कोशिश’
कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि ईओडब्ल्यू और एसीबी ने मिलकर पूर्व सीएम भूपेश बघेल की छवि खराब करने के लिए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने शासनकाल में महादेव एप के खिलाफ पुलिस की ओर से सबसे ज्यादा कार्रवाई कराई है। इसके बाद भी पूर्व सीएम के खिलाफ महादेव मामले को लेकर एफआईआर करवाना बीजेपी का षड्यंत्र उजागर करता है। उन्होंने कहा कि बीजेपी लोकसभा चुनाव को लेकर डरी और घबराई हुई है। उन्हें लगता है कि वह एक भी लोकसभा सीट जीत नहीं पाएगी। बीजेपी का यह चरित्र कोई नया नहीं है।
कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान भी ईडी, एसीबी और ईओडब्ल्यू की और से चुनाव प्रभावित करने के लिए तमाम प्रयास किए गए । अब लोकसभा चुनाव को देखते हुए नए हथकंडों को अंजाम दिया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी इसका जमकर मुकाबला करेगी और उसे बेनकाब करेगी।