हिंदू धर्म में सभी माह का विशेष महत्व है. वहीं फाल्गुन माह की बात करें, तो यह माह भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है. फाल्गुन माह में ही होली का पर्व आता है. ऐसी मान्यता है कि इस माह लड्डू गोपाल का अभिषेक करने से व्यक्ति की सभी परेशानियां दूर हो सकती है. अब ऐसे में अगर आप फाल्गुन माह में लड्डू गोपाल का अभिषेक करने का सोच रहे हैं, तो आज हम आपको बताएंगे कि किस तरह से लड्डू गोपाल का अभिषेक करें.
इस विधि से करें लड्डू गोपाल का अभिषेक
- सबसे पहले ब्रह्म मुहूर्त में उठें और स्नान करें. साथ ही श्रीकृष्ण का ध्यान करें.
- इसके बाद विधि आचमन के साथ आरंभ करें.गंगाजल से 3 बार आचमन करें. इस बात का ध्यान रखें कि आचमन करने से पहले हाथों को साफ जरूर कर लें.
- लड्डू गोपाल को शुद्ध जल से स्नान कराएं. जल में तुलसी मिलाकर ही स्नान कराएं. ऐसा करना शुभ माना जाता है.
- इसके अलावा लड्डू गोपाल को केसर मिश्रित दूध से स्नान कराएं. अगर केसर नहीं है, तो दूध में हल्दी मिलाकर अभिषेक करें. क्योंकि कान्हा को पीला रंग बेहद प्रिय है.
- लड्डू गोपाल के पूरे शरीर में चंदन का लेप जरूर लगाएं और फिर उन्हें तिल मिश्रित पानी से साफ करें. श्रीकृष्ण को तिल बहुत पसंद है और तिल के बिना उनकी पूजा अधूरी मानी जाती है.
- इसके बाद शहद में फूल डालकर लड्डू गोपाल को इस मिश्रण से उनके हाथों में छिड़काव इत्र की तरह लगाएं. इसके बाद लड्डू गोपाल को देसी घी लगाएं और फिर उन पर जल अर्पित करें. इसके बाद गोपाल को साफ कपड़े से पोछें और नए वस्त्र पहनाएं.
- लड्डू गोपाल का श्रृंगार करें और उन्हें इत्र भी लगाएं. फिर फूल माला अर्पित करें. लड्डू गोपाल को गुलाल चढ़ाएं. आखिर में उनकी आरती करें और भजन-कीर्तन करें.
अभिषेक करने के दौरान करें इन मंत्रों का उच्चारण
आचमन करने के दौरान इस मंत्र का उच्चारण करें.
अर्घा में जल और गंध मिलाकर बोलें- सर्वतीर्थसमायुक्तं सुगन्धं निर्मलं जलम्। आचम्यतां मया दत्तं गृहत्वा परमेश्वर।।
स्नान करते समय मंत्र
गंगा, सरस्वती, रेवा, पयोष्णी, नर्मदाजलैः। स्नापितोअसि मया देव तथा शांति कुरुष्व मे।
पंचामृत स्नान करते समय मंत्र
पंचामृतं मयाआनीतं पयोदधि घृतं मधु। शर्करा च समायुक्तं स्नानार्थं प्रतिगृह्यताम्।।
चंदन लगाते समय मंत्र का उच्चारण
अगर आप चंदन लगा रहे हैं, तो इस दौरान इस मंत्र का जाप करें। श्रीखंड चंदनं दिव्यं गन्धाढ्यं सुमनोहरम्। विलेपनं सुरश्रेष्ठ चंदनं प्रतिगृह्यताम्।। भगवान श्रीकृष्ण को चंदन लगाएं।
फूल अर्पित करने के दौरान मंत्र का जाप
भगवान श्रीकृष्ण को फूल अर्पित करते समय मंत्र का जाप करें।
माल्यादीनि सुगन्धीनि मालत्यादीनि वै प्रभो। मयाआहृतानि पुष्पाणि पूजार्थं प्रतिगृह्यताम्।।