रेलवे की नौकरी पाने के लिए कई वर्षों के इंतजार का दौर अब समाप्त हो गया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारतीय रेल में हर साल रिक्त पदों पर भर्ती करने का फैसला किया है। इसके लिए बाकायदा रेलवे का सालाना कैलेंडर जारी किया गया है। इसमें साल के महीने के अनुसार विभिन्न श्रेणी में खाली पद पर भर्ती की अधिसूचना, परीक्षा, प्रशिक्षण, नियुक्ति की जानकारी अभ्यर्थियों को पहले से पता रहेगी।
रेलवे बोर्ड ने दो फरवरी को सभी रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) के लिए केंद्रीयकृत रोजगार अधिसूचना संबंधी निर्देश जारी किया है। इसमें हर साल जनवरी-मार्च के बीच सहायक लोको पायलट (ALP) के खाली पदों पर भर्ती करने संबंधी अधिसूचना आरआरबी जारी करेंगे। वहीं अप्रैल-जून के बीच तकनीशियन पदों पर भर्ती करने की योजना है। जुलाई से सिंतबर में गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों (एनटीपीसी) पदों पर स्नातक व 12वीं पास, जूनियर इंजीनियर व पैरामेडिकल पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू होगी। वहीं अक्टूबर-दिसंबर में लेवल-1 यानी गैगमैन, प्वांइटमैन, सहायक पदों पर अधिसूचना जारी की जाएगी।रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे में नौकरी की भर्ती के लिए एक वार्षिक कैलेंडर की आवश्यकता थी। इससे उन युवाओं को मदद मिलेगी, जो रेलवे परीक्षा में भाग लेना चाहते हैं। मंत्री ने कहा, नौकरी अधिसूचना अब साल में चार बार जारी की जाएगी। इससे उम्मीदवारों को तैयारी के लिए समय मिलेगा और अनिश्चितकाल तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
“रेल मंत्रालय द्वारा रेल्वे भर्ती के लिए कैलेंडर जारी किया गया” “रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने इस कैलेंडर के आशय कि घोषणा की, जो इस प्रकार है :-
• जनवरी और फरवरी में सहायक लोको पायलट की,
• अप्रैल से जून तक में तकनीशीयन की
• जुलाई से सितंबर के दौरान गैर तकनीकी वर्ग, स्नातक स्तरीय 4, 5,6 तथा गैर तकनीकी वर्ग, स्नातक स्तरीय 2, और 3, जूनियर इंजीनियर तथा पैरा मेडिकल केटेगरी
• अक्टूबर से दिसंबर के दौरान लेवल 1 तथा कार्यालयीन तथा अन्य वर्ग के उम्मीदवारों कि भर्ती आयोजित कि जाएगी ।
नियमित भर्तियों के लाभ
- यदि कोई एक प्रयास में उत्तीर्ण नहीं हो सका तो अधिक अवसर
- हर साल पात्र बनने वालों को समान अवसर
- चयनित लोगों के लिए बेहतर करियर प्रगति
- तेज़ भर्ती प्रक्रिया, प्रशिक्षण और नियुक्तियाँ
- रेलवे द्वारा रिक्तियों का अधिक सही आकलन
- आरआरबी/आरआरसी द्वारा पैनल में शामिल होने के बाद उम्मीदवारों को तत्काल नियुक्ति और प्रशि