बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा कदम उठाते हुए रविवार (28 जनवरी) को पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने जेडीयू विधायक दल की बैठक के बाद राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा. इसी के साथ बिहार में आरजेडी, जेडीयू, कांग्रेस और लेफ्ट का गठबंधन टूट गया. अब नीतीश कुमार बीजेपी के समर्थन से सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे.
नई सरकार में नीतीश कुमार ही सीएम रहेंगे. उनके साथ बीजेपी के दो नेता डिप्टी सीएम बनेंगे. डिप्टी सीएम कौन होगा, इसको लेकर सस्पेंस बरकरार है. हालांकि सूत्रों का कहना है कि सुशील मोदी और रेणु देवी उपमुख्यमंत्री हो सकते हैं.
नीतीश कुमार नई सरकार में आज ही शाम चार बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. 9वीं बार होगा जब नीतीश कुमार सीएम पद की शपथ लेंगे. सूत्रों ने बताया कि 6 से 8 नेता मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. नई सरकार में जीतन राम मांझी की पार्टी हम भी शामिल होगी. मांझी अपना समर्थन पत्र नीतीश कुमार को सौंपेंगे.
विपक्षी गठबंधन के लिए झटका!
लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार का यह कदम विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. दरअसल, नीतीश कुमार ही इंडिया गठबंधन के सूत्रधार माने जाते हैं. शुक्रवार को ही जेडीयू से जुड़े सूत्रों ने बताया था कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन का संयोजक नहीं बनाए जाने और सीट शेयरिंग में हो रही देरी से नाराज थे.
आरजेडी विधायकों की अपील
नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ जाने के बीच लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के कई विधायकों ने कहा कि सरकार बनाने के लिए कवायद करनी चाहिए. राज्य में सरकार बनाने के लिए 122 विधायकों की जरूरत है. आरजेडी के पास 115 विधायक हैं.
बिहार में सीटों का समीकरण
बिहार में सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी है. बीजेपी के 78, जेडीयू के 45 और हम के चार विधायक हैं. इन तीनों दलों के विधायकों की कुल संख्या 127 है. सरकार बनाने के लिए 122 सीटों की जरूरत है. इस समय आरजेडी के पास 79, कांग्रेस के 19, सीपीआई (एमएल) के 12, सीपीएम के 2, सीपीआई के दो और एआईएमआईएम के एक विधायक हैं. इनकी कुल संख्या 115 है. एक विधायक निर्दलीय हैं.