नई दिल्ली। नीतीश कुमार के फिर से एनडीए गठबंधन में वापसी की खबरों से चिंतित और असहज चिराग पासवान ने शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलकर अपनी बात रखी।
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के मुखिया चिराग पासवान ने अमित शाह के आवास पर शाह और नड्डा दोनों से मुलाकात कर, बिहार के राजनीतिक माहौल और नीतीश कुमार के एनडीए गठबंधन में फिर से वापसी से जुड़े तमाम पहलुओं पर चर्चा की।
सूत्रों की माने तो, नीतीश कुमार के फिर से एनडीए गठबंधन में वापसी से असहज चिराग पासवान ने भाजपा के दोनों आला नेताओं से राज्य में सरकार बनाने के लिए एक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनाने और मुख्यमंत्री पद के लिए अन्य विकल्पों पर भी विचार करने का आग्रह किया।
बताया जा रहा है कि चिराग ने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी के सीटों के कोटे में कोई कटौती नहीं होनी चाहिए।
पत्रकारों से बात करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि बिहार के मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर उनकी पार्टी के अंदर कई चिंताएं हैं और इन चिंताओं से उन्होंने भाजपा के शीर्ष नेताओं को अवगत करा दिया है।
इसके साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार के आने की सुगबुगाहट को इशारों-इशारों में सही बताते हुए कहा कि अमित शाह और जेपी नड्डा के साथ आज आधे घंटे की मुलाकात के दौरान उन्होंने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की तरफ से तमाम चिंताओं और बातों को मजबूती से रखा है, कई विषयों पर बैठक में विस्तार से बात हुई है और उनके द्वारा भी उन्हें बैठक में कई विषयों पर आश्वासन दिया गया है।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव और सीटों के बंटवारे को लेकर आगे भी चर्चा होगी। हालांकि, चिराग ने कई विकल्प खुले होने की तरफ इशारा करते हुए यह भी जोड़ा कि आज की तारीख में वह कह सकते हैं कि गठबंधन को लेकर परिस्थितियां काफी सकारात्मक है, उनकी पार्टी की चिंताओं को गंभीरता से एड्रेस किया जा रहा है, लेकिन, आने वाले दिनों में स्थिति और अधिक स्पष्ट होने के बाद ही उनकी पार्टी उस आधार पर अपना फाइनल फैसला लेगी।
नीतीश कुमार का स्वागत करेंगे या नहीं के सवाल पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पहले यह साफ तो हो जाए कि मुख्यमंत्री इधर आ रहे हैं या नहीं आ रहे हैं और कब आ रहे हैं, तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता, क्योंकि आज की तारीख में वह महागठबंधन के मुख्यमंत्री हैं। इस सवाल का जवाब तभी दिया जाएगा जब वो इस्तीफा देकर इधर (एनडीए गठबंधन) आने का औपचारिक ऐलान कर दें।
विधायक निर्मला सप्रे को सदन में अपने साथ नहीं बैठाएगी कांग्रेस, शीतकालीन सत्र में सदस्यता पर हो सकता है फैसला
भोपाल। मध्य प्रदेश के सागर जिले की बीना विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे की सदस्यता को लेकर भले ही अभी कोई फैसला ना हुआ हो, लेकिन कांग्रेस ने यह…