भोपाल. राज्य सरकार मैग्नीफिसेंट एमपी में इंदौर की तर्ज पर भोपाल से 98 किमी दूर होशंगाबाद के महोसा-बाबई क्षेत्र में निवेश कॉरिडोर खोलने के लिए नई इंडस्ट्रियल टाउनशिप का ऐलान करेगी। इस क्षेत्र में 680 हेक्टेयर जमीन पर इंडस्ट्रियल टाउनशिप विकसित होगी। सरकार टेक्सटाइल, फूड प्रोसेसिंग और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बढ़ाने के लिए यह टाउनशिप विकसित करेगी। यहां जो उद्योग लगंेगे उन्हें इंदौर के स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एसईजेड) की तरह सबसे सस्ती बिजली मिलेगी।
औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. राजेश राजौरा के मुताबिक इस टाउनशिप से जुड़े प्रस्तावों मैग्नीफिसेंट एमपी से पहले होने वाली कैबिनेट बैठक में रखा जाएगा।
एसईजेड ने बदली पीथमपुर की तस्वीर
एसईजेड इंदौर (पीथमपुर) में औद्योगिक क्षेत्रों से अलग सस्ती दरों पर बिजली मुहैया कराई गई है। इस कारण प्रदेश में सबसे ज्यादा निवेश यहीं हुआ है। एसईजेड में निर्यात आधारित उद्योगों से 19 हजार लोगों को रोजगार मिल रहा है। विदेशों में निर्यात होता है।
केंद्र का नियम : बिजली की अलग लाइन
केंद्र सरकार के प्रावधानों के मुताबिक नई इंडस्ट्री टाउनशिप बनेगी। एमपी इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कार्पोरेशन को विद्युत वितरण के लिए अलग से ड्रिस्ट्रीब्यूशन लाइसेंस लेना होगा। बिजली लाइन बिछाने से लेकर बिजली खरीदने और वितरण का पूरा काम मध्यप्रदेश पॉवर मेनेजमेंट कंपनी के साथ किया जाएगा।
फायदा : मिलेगी सस्ती बिजली
नई प्रस्तावित टाउनिशप से 20 किमी की दूरी पर इटारसी रेलवे स्टेशन है। यहां से दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, कन्याकुमारी, सूरत, अहमदाबाद आदि बड़े शहरों से सीधी कनेक्टिविटी का फायदा उद्योगों को मिलेगा। माल की आवाजाही सुगम होगी।
सरकार का दावा है कि टाउनिशप के बनने से 10 हजार से 15 हजार लोगों को रोजगार मिलने लगेगा। इसमें 70 फीसदी रोजगार स्थानीय लोगों के लिए होंगे। टाउनशिप को आधुनिक तरीके से विकसित किया जाएगा। सभी सुविधाएं एसईजेड जैसी ही होंगी। इस पूरे औद्योगिक क्षेत्र को सस्ती दरों पर बिजली उपलब्ध कराएगी।