इंदौर जिले की 9 सीटों पर भाजपा के उम्मीदवारों ने तगड़ी बढत लेकर अपने गढ़ को कायम रखा है। जिले की चार सीटों पर तो भाजपा उम्मीदवारों ने 50 हजार से ज्यादा की बढ़त ली है। कैलाश विजयवर्गीय 51 हजार वोटों से, रमेश मेंदोला 1लाख वोटों से और मालिनी गौड़ 70 हजार वोट और सांवेर से तुलसी सिलावट 52 हजार वोटों की तगड़ी लीड लेकर जीत की तरफ बढ़ रहे है। इंदौर की पांच नंबर सीट पर जरुर छठे राउंड के बाद उतार चढ़ाव देखने को मिले, लेकिन दसवें राउंड के बाद भाजपा के महेंद्र हार्डिया फिर आगे हो गए थे।
इंदौर एक नंबर सीट पर कांटे की टक्कर बताई जा रही थी, लेकिन पहले राउंड से भाजपा उम्मीदवार कैलाश विजयवर्गीय ने 5 हजार से ज्यादा वोटों की बढ़त बनाई। किसी भी राउंड में उनकी लीड कम नहीं हुई। 13 वें राउंड में उनकी लीड 51 हजार 927 वोट तक हो गई थी।
– दो नंबर विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार रमेश मेंदौला ने भी पहले राउंड से 4 हजार वोटों की बढ़त ली। राउंड दर राउंड उनकी लीड बढ़ती गई और 18 वें राउंड तक उनकी लीड 1 लाख वोटों को पार कर चुकी थी। कांग्रेस प्रत्याशी चिंटू चौकसे अपना 22 नंबर गृह वार्ड से भी जीत दर्ज नहीं करा पाए।
– तीन नंबर विधानसभा सीट पर शुरूआती दौर में कांग्रेस के पिंटू जोशी आगे रहे, लेकिन तीसरे राउंड मेें उनकी लीड खपने लगी और वे भाजपा उम्मीदवार गोलू शुक्ला से पिछड़ते नजर आए। 15 वें राउंड में गोलू की लीड़ 14,757 वोटों की थी।
– चार नंबर विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार ने लगातार जीत की तरफ बढ़ने का सिलसिला कायम रखा। 16 वें राउंड तक मालिनी ने 69, 837 वोटों की बढ़त बनाकर कांग्रेस प्रत्याशी राजा मांधवानी को काफी पीछे कर दिया था।
-पांच नंबर विधनासभा सीट कर कांटे की टक्कर रही। शुरुआती छह राउंड में भाजपा के महेंद्र हार्डिया ने 10 हजार से ज्यादा वोटों की बढ़त ली, लेकिन छठे राउंड के बाद उनकी बढ़त कम होने लगी और आठवें राउंड मेें हार्डिया 8 हजार वोटों से पीछे हो गए। 9 राउंड में हार्डिया ने बढ़त बनाई और पटेल की पुराने राउंडों की लीड कम होकर 2871 वोटों तक सिमट गई। 11 वे राउंड मेें फिर हार्डिया ने बढ़त ली।
– राऊ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार मधु वर्मा पहले राउंड से आगे रहे। 18 वें राउंड तक उनकी लीड 31 हजार वोटों के पार हो चुकी थी। इस विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी जीतू पटवारी गृह वार्ड बिजलपुर भी नहीं जीत पाए।
-देपालपुर सीट पर भी दोनो उम्मीदवारों के बीच वोटों की रेस चलती रही। पहले कांग्रेस उम्मीदवार विशाल पटेल आगे रहे, लेकिन बाद में भाजपा उम्मीदवार मनोज पटेल ने बढ़त बना ली। 16 वें राउंड में मनोज 10 हजार वोटों से आगे थे।
– महू विधनासभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला रहा। यहां भाजपा उम्मीदवार उषा ठाकुर ने 20 वें राउंड में 34, 720 वोटों से आगे थी। यहां कांग्रेस के बागी अंतर सिंह दरबार दूसरे नंबर पर थे। कांग्रेस उम्मीदवार रामकिशोर शुक्ला तीसरे क्रम पर रहे।
इंदौर में सभी 9 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा ने जीत हासिल की है। इस चुनाव में कई रिकॉर्ड बने हैं। सबसे बड़ी जीत, कांग्रेस प्रत्याशियों की हार सहित सबसे ज्यादा बार जीतने का रिकॉर्ड बना है।
मेंदोला की रिकॉर्ड जीत
इंदौर विधानसभा के नौ स्थानों पर भाजपा ने भारी बहुमत हासिल किया। क्षेत्र क्रमांक 2 से रमेश मेंदोला फिर रिकॉर्ड 107047 मतों से जीते हैं। वर्ष 2013 में 91017 और 2018 में 71011 मतों वे जीत चुके हैं।
लोकसभा में जीत का रिकॉर्ड
लोकसभा चुनाव में सुमित्रा महाजन की विजय वर्ष 2014 में 4,66,901 मतों का भी रिकॉर्ड 2019 में शंकर लालवानी ने तोड़ा और वे 5,47,754 मतों से विजय रहे थे। नगर निगम चुनाव में महापौर पद के लिए पुष्पमित्र भार्गव 1,33,497 मतों से विजय रहे थे।
75 साल में पहली बार कांग्रेस साफ
आजादी के बाद यह पहला मौका है कि इंदौर में कांग्रेस का कोई भी उम्मीदवार विजयी नहीं रहा है। 1977 में जनता पार्टी की लहर मे भी इंदौर में कांग्रेस के उम्मीदवार महू से घनश्याम पाटीदार और इंदौर 2 से यज्ञदत्त शर्मा विजय रहे थे।
बाबा रिकॉर्ड पांच बार विधायक
इंदौर के किसी भी क्षेत्र से लगातार पांच बार विजय होने का रिकॉर्ड भी महेंद्र हार्डिया के नाम हो गया है। चार बार लगातार विजय होने वाले क्षेत्र 2 से रमेश मेंदोला और 4 से मालिनी गौड़ हैं।