सपा संस्थापक नेता मुलायम सिंह यादव की जयंती पर बुधवार को उनके नाम पर बनाए जा रहे स्मारक का शिलान्यास किया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने पूरे परिवार के साथ इसकी नींव रखेंगे। 10 अक्तूबर 2022 को नेता जी के निधन के बाद अंत्येष्टि के दौरान सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उनके परिवार ने नेता जी के नाम पर सैफई में स्मारक बनवाने का निर्णय लिया था। इसके तहत ही तैयारियां शुरू कर दी गई थीं। आज उनकी जयंती पर स्मारक का शिलान्यास सुबह 11 बजे सपा प्रमुख अखिलेश यादव परिवार और सपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ करेंगे। शिलान्यास के अवसर पर देशभर सपा के नेता और कार्यकर्ता आने की उम्मीद है। इसके लिए मंगलवार देर शाम तक तैयारियां होती रहीं।
मैदान में पांच सौ वीआईपी लोगों के बैठने के लिए अलग से व्यवस्था कराई गई है। वहीं, लगभग 15 हजार लोगों के बैठने के लिए लाल कुर्सियां सैफई नुमाइश मैदान में डलवाई गई हैं। पूरे नुमाइश मैदान में लगीं बैरिकेडिंग में लाल झंडे लहलहा रहे हैं। कार्यक्रम में सपा के साथ ही अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं के भी बड़ी संख्या में पहुंचने की उम्मीद है। कार्यक्रम का समापन दोपहर दो बजे किया जाएगा। स्मारक में सुगमता के लिए 4.5 एकड़ जमीन पर एक भव्य पार्क और जन सुविधाओं के प्रबंधन कराने की भी योजना है।
इस तरह से बनेगा स्मारक बनाने की तैयारी
स्मारक की रूपरेखा में लोककला की झलक और गुणवत्ता का ध्यान रखा जाएगा। म्यूजियम में जमीन से जुड़े हुए भारत के गौरव, महान राजनीतिज्ञ नेताजी की सादगी और गुणवत्ता की भी झलक देखने को मिलेगी। उत्तर प्रदेश की उर्वरा भूमि पर इस स्मारक का स्वरूप समलंबाकार होगा। इसमें प्रमुखता से जमीन से जुड़े होने का ध्यान रखते हुए दृश्यावली (लैंडस्केप) दर्शनीय होंगे। लैंडस्केप लोकजीवन से जुड़ी भव्य सामग्री से निर्मित एक रंग पट्टिका इस दृश्यावली में होगी। चारों तरफ एक लंबी दीर्घा का प्रबंध किया गया है। इससे अंत्येष्टि स्थल तक पहुंचा जा सकता है।
अंत्येष्टि स्थल भी अनेक दृश्यावलियों की श्रृंखला से दोनों तरफ से सुसज्जित होगा। यह स्मारक 8.3 एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा। प्रवेश द्वार से अंत्येष्टि तक पहुंचने के लिए दृश्यावलियों की श्रृंखला, चौक और प्रांगण होंगे। दोनों तरफ रम्य स्तंभों की योजना है। जिससे दर्शकों को एक सुखद शांतिमय वातावरण की अनुभूति हो। इसके पार्श्व में एक दृश्यावली, मध्य में एक स्मृति सभागार होगा, जिसमें नेताजी की एक कांसे की भव्य प्रतिमा होगी। सभागार तक आवागमन के लिए चारों तरफ घास के मैदान होंगे। स्मृति सभागार में दर्शकों को नेताजी को श्रद्धांजलि देने के दौरान मिलने जुलने और परामर्श करने की अनुमति होगी। इसमें उनके भव्य प्रतिमा लगाई जाएगी उनसे जुड़ी चीजों और तस्वीरों का संग्रह किया जाएगा। स्मारक के निर्माण कार्य नेताजी के नाम से बनाए गए ट्रस्ट के माध्यम से किया जाएगा।
तीन जगह बैरिकेडिंग लगाकर रोके जाएंगे वाहन, एलईडी पर दिखेगा नजारा
इटावा व मैनपुरी से आने वाले वाहनों को चंदगी राम स्टेडियम में रोका जाएगा। वहीं, चंदगीराम स्टेडियम के पास बैरिकेडिंग लगाई गई है। इटावा मैनपुरी से आने जाने वाले वाहनों को चंदगीराम स्टेडियम में स्टैंड बनाया गया है। वहीं, पीजीआई चौराहे पर बैरिकेडिंग लगाई गई है। आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे के टिमरुआ कट रास्ते से आने वाले वाहनों को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आवास के पहले बैरिकेडिंग लगाई गई है। यहां सभी को रोक दिया जाएगा। अधिक भीड़ होने की वजह से नजारा दिखाने के लिए चार अलग-अलग जगहों पर एलईडी भी लगाई गई हैं।
छह एसओ और 25 दरोगाओं की निगरानी में रहेगा स्थल
सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए छह थानों के एसओ, 200 हेड कांस्टेबल, सिपाही और 70 पीएसी के जवान लगाए गए हैं। वहीं सभी बैरिकेडिंगों पर यातायात सिपाही भी तैनात रहेंगे। फायर ब्रिगेड की दो दमकल गाड़ी भी लगाई गई हैं। एसओ सैफई मोहम्मद कामिल ने बताया कि मैनपुरी इटावा हाईवे सुचारू रूप से चलता रहेगा। इस पर यातायात प्रभावित न हो इसके लिए भी फोर्स तैनात किया गया है।