एसीबी ने ईडी के अधिकारी नवल किशोर मीणा को ट्रैप किया है। एसीबी ने दलाल बाबूलाल को 15 लाख की घूस लेते गिरफ्तार किया है। इंस्पेक्टर के कई ठिकानों पर एसीबी कार्रवाई कर रही है। एसीबी के वरिष्ठ अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। एसीबी की कई जगहों पर कार्रवाई जारी है।
नॉर्थ ईस्ट में इंफाल के ईडी आफिसर नवल किशोर मीणा को एसीबी ने कस्टडी में लिया है। बताया जा रहा है कि नवल किशोर के लिए एक बिचौलिया घूस मांग रहा था। घूस लेने वाले को भी एसीबी ने दबोच लिया है।
बता दें कि मणिपुर में एक चिट फंड कंपनी के केस में सैटलमेंट करने और अन्य सुविधा देने के नाम पर पीड़ित से 17 लाख रुपये मांग रहा था। लेकिन उसे पंद्रह लाख रुपये लेते हुए धर लिया गया। उसके लिए काम करने वाले उसके सहयोगी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। यह ट्रैप अलवर में किया गया है। मामला बड़ा होने के चलते एसीबी के अन्य अधिकारी भी अलवर के लिए रवाना हो गए हैं।
एसीबी अफसरों ने बताया कि मणिपुर में पिछले दिनों कुछ लोगों के खिलाफ चिट फंड कंपनी चलाने और ठगी का केस दर्ज हुआ था। इस केस में पीड़ित से ईडी वाले रुपये मांग रहे थे। पीड़ित ने पुलिस एसीबी अफसरों को बताया कि ईडी अधिकारी नवल किशोर मीणा और उनके सहायक कर्मचारी बाबूलाल मीणा उनसे रुपये मांग रहे थे। चिटफंड कंपनी के केस में उनकी सम्पत्ति अटैच नहीं करने की एवज में ये रुपये मांगे जा रहे थे।
साथ ही केस को भी रफा दफा करने की बात की जा रही थी। इस मामले में मणिपुर के इंफाल में लगे प्रवर्तन अधिकारी नवल किशोर मीणा रुपये मांग रहे थे। नवल किशोर मीणा जयपुर के बस्सी के और बाबूलाल मीणा भी बस्सी के ही रहने वाले हैं। बाबूलाल ही इस केस में मीडियेटर का काम कर रहे थे। वे फिलहाल अलवर के खैरथल में कनिष्ट सहायक कार्यालय, उप पंजीयक के पद पर तैनात हैं।
राजस्थान की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीम ने जयपुर में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारी और उसके साथी को गुरुवार (2 नवंबर) को घूस लेते हुए गिरफ्तारी किया. इसको लेकर ईडी ने बयान जारी किया है. एजेंसी ने कहा कि हमने दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
ईडी ने सोशल मीडिया एक्स पर बयान जारी कर कहा, ”एसीबी की प्रेस रिलीज के मुताबिक, मणिपुर के इंफाल में तैनान सब जोनल ऑफिसर नवल किशोर मीणा और जूनियर असिस्टेंट बाबूलाल मीणा को जयपुर में एसीबी ने गिरफ्तार किया. इसको लेकर हमने नवल किशोर मीणा को निलंबित कर दिया है. नवल किशोर मीणा और बाबूलाल मीणा के खिलाफ पीएमएलए धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है.”
दरअसल, एसीबी की टीम ने ईडी अधिकारी नवल किशोर मीणा और उसके सहयोगी बाबूलाल मीणा 15 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था. अधिकारियों ने बताया कि दोनों 17 लाख रुपये मांग रहे थे, लेकिन उन्हें 15 लाख रुपये ही घूस के रूप में दिए गए.
एसीबी ने क्या कहा है?
एसीबी ने बताया कि हमें शिकायत दी गई कि ईडी के इंफाल ऑफिस में चिटफंड-प्रकरण में उसके विरुद्ध दर्ज मामले को निपटाने, प्रॉपर्टी जब्त नहीं करने और गिरफ्तार नहीं करने की एवज में आरोपी प्रवर्तन अधिकारी नवल किशोर मीणा 17 लाख रुपये रिश्वत राशि की मांग कर परेशान कर रहा है.
बता दें कि छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने आज ही ईडी अधिकारी की गिरफ्तारी को लेकर बीजेपी पर हमला किया है.