भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय इन दिनों इंदौर की विधानसभा एक में बतौर उम्मीदवार जोर आजमाइश कर रहे हैं. इस दौरान वो अपने चिर-परिचित बेबाक अंदाज में बयानबाजी भी कर रहे हैं. उनके कई बयान लगातार सुर्खियों और चर्चाओं में बने रहते हैं. इस बार भी उन्होंने एक कार्यकर्ता सम्मेलन में अनौपचारिक चर्चा के दौरान कुछ ऐसा कह दिया, जिससे कि वे फिर से चर्चाओं का केंद्र बन गए हैं. दरअसल कैलाश विजयवर्गीय ने इस बार अपने कार्यकर्ताओं से चर्चा के दौरान कहा कि अगर 500 या 1000 वोटों से मैं जीता तो इसे मैं जीत नहीं मानता, इसलिए आप यह समझ लीजिए कि मैं वह घोड़ा हूं जिसे जितनी घास खिलाओगे उतना वह तेज दौड़ेगा.
दरअसल सोमवार को एक कार्यक्रम के दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने विधानसभा एक के एक स्थानीय कार्यक्रम में अपने कार्यकर्ताओं से बातचीत की और उनसे कहा की 500 या 1000 वोटो की जीत मेरे लिए मायने नहीं रखती है, इसलिए आप इस बात को अच्छे से समझ लीजिए कि मैं वह घोड़ा हूं जिसे जितनी घास खिलाओगे वह उतना ही तेज दौड़ेगा. कैलाश विजवर्गीय की इंदौर संभाग में मजबूत पकड़ है, ऐसे में पार्टी ने उन्हें विधानसभा में उम्मीदवार बनाया है. उनके सामने कांग्रेस पार्टी ने संजय शुक्ला को उम्मीदवार बनाया है. संजय शुक्ला फिलहाल इंदौर एक विधानसभा के मौजूदा विधायक हैं.
मध्य प्रदेश की हॉट-सीट बनी इंदौर-1
इस सीट से प्रत्याशी बनाए जाने के बाद से लगातार विजयवर्गीय यहां पर एक्टिव हैं और अपनी बयानबाजी से सभी का ध्यान भी अपनी ओर खींच रहे हैं. इससे पहले भी कैलाश विजयवर्गीय अपने बयानों को लेकर चर्चाओं में बने रहे हैं और जैसे-जैसे चुनाव तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे उनके बयान भी तीखे और प्रचार अभियान तेज होता जा रहा है. दरअसल कैलाश विजयवर्गीय के नाम के ऐलान के बाद ये सीट मध्य प्रदेश की हॉट सीट बन चुकी है. इसका पहला कारण तो खुद बीजेपी के स्टार नेता कैलाश विजयवर्गीय हैं और दूसरा की ये सीट बीजेपी के गढ़ कहलाने वाले इंदौर में कांग्रेस के नेता के पास है.
इधर कांग्रेसी पहुंच गए कमिश्नर के पास
मध्य प्रदेश की इस हॉट सीट पर कांग्रेस भी कड़ी मेहनत कर रही है. इस सीट को जीत कर कांग्रेस एक विधानसभा सीट अपने संख्याबल में बढ़ाना चाहती ही है, लेकिन एक बड़ा राजनीतिक संदेश भी बीजेपी को देना चाहती है. ऐसे में पार्टी कोई कसर छोड़ने के मूड में नहीं है. इसी कड़ी में इंदौर पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर से मिलने के लिए कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल उनके कार्यालय पहुंचा और शहर की विधानसभा में असामाजिक तत्वों को लेकर पुलिस कमिश्नर से शिकायत की. कांग्रेस नेताओं का कहना था कि कई गुंडे भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों के साथ उनके चुनाव प्रचार में लिप्त हैं और ऐसे में निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते हैं. इस मामले में कांग्रेस के नेताओं ने पुलिस से ऐसे गुंडों पर कार्रवाई की मांग की है.