नई दिल्ली . दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एशियन खेलों में पदक जीतने वाले दिल्ली के खिलाड़ियों को सम्मान राशि दी जाएगी. जल्द ही दिल्ली के सभी सात खिलाड़ियों के लिए एक सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा. उन्होंने यह बातें रविवार को एशियन गेम्स पदक दिलाने वाले खिलाड़ी पवन सहरावत के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे.
उन्होंने कहा कि दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते मेरा भी सीना गर्व से चौड़ा हो गया है. उन्होंने इस मौके पर पवन सहरावत को एक करोड़ रूपये की सम्मान राशि देने की घोषणा भी की. बवाना के राजीव गांधी स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत भी मौजूद रहे. केजरीवाल ने कहा कि आज बवाना में आकर मेरी पुरानी यादें ताजा हो गई. अन्ना आंदोलन के दौरान इसी राजीव गांधी स्टेडियम को जेल बनाया गया था और हमने यहां दो रातें काटीं थी. आज यहीं हम अपने खिलाड़ी का सम्मान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पवन सहरावत को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए बहुत बधाई. पवन ने अपने गांव के साथ दिल्ली और देश का नाम रोशन किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि पवन एक साधारण से परिवार से निकले और कड़ा संघर्ष करके यह मुकाम हासिल किया है.
डीटीसी के पूर्व कर्मियों को जल्द पेंशन मिलेगी अरविंद केजरीवाल ने डीटीसी कर्मचारियों की पेंशन को लेकर कहा कि पेंशन को लेकर कई सारे कर्मचारी धरने पर बैठे हैं. मुझे बहुत बुरा लगता है कि रिटायरमेंट के बाद बुजुर्ग धरना दे रहे हैं. हम लगातार समय पर पेंशन जारी करते आ रहे थे, लेकिन बीते एक साल से पेंशन को लेकर दिक्कत आ रही है. यह हमें सोचना होगा कि यह दिक्कत क्यों आ रही है. कुछ न कुछ गड़बड़ तो है. केजरीवाल ने लोगों को भरोसा दिलाया कि जल्द ही पेंशन जारी होगी. उन्होंने बताया कि पिछले सप्ताह उप राज्यपाल से मिला था. मैंने उनको मना लिया है. पेंशन की फाइल मंगा ली है और बहुत जल्द पेंशन जारी कराउंगा.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार पदक जीतने वाले दिल्ली के खिलाड़ियों को सम्मान राशि देती है. पॉलिसी के अनुसार, दिल्ली सरकार पवन सहरावत को एक करोड़ रुपए देगी. एशियन गेम्स में दिल्ली के सात खिलाड़ियों ने अलग-अलग क्षेत्रों में मेडल जीते हैं, उन सभी के सम्मान में जल्द ही एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार खिलाड़ियों को अपने खेल को निखारने के लिए आर्थिक मदद देती है. यह छोटे खिलाड़ियों से मिलनी शुरू हो जाती है. जिनके अंदर प्रतिभा है उन्हें आगे अपने खेल के प्रशिक्षण में कोई दिक्कत नहीं आती है. हम मिशन एक्सीलेंस के तहत अंतरराष्ट्रीय स्तर की तैयारी के लिए खिलाड़ियों को 16 लाख रुपये देते हैं.