कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में 144 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। जिन सीटों पर उम्मीदवारों का एलान किया गया है, उनमें कई सीटें ऐसी हैं जिन पर भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की साख दांव पर लगी है। इन सीटों में लहार, छिंदवाड़ा, बुधनी जैसी सीटें शामिल हैं।
साध्वी को टिकट
जिस बड़ा मलहरा सीट से कभी उमा भारती विधायक बनी थीं, वहां से कांग्रेस ने साध्वी राम सिया भारती को टिकट दिया है। यहां से भाजपा ने प्रद्युम्न सिंह लोधी को उम्मीदवार बनाया है। 2018 में लोधी कांग्रेस के टिकट पर यहां से चुनाव जीते थे। 2020 में वे भाजपा में शामिल हो गए और उपचुनाव में जीते।
सात बार से विधायक डॉ. गोविंद सिंह फिर मैदान में
भिंड जिले की लहार विधानसभा सीट से कांग्रेस ने डॉ. गोविंद सिंह को दोबारा मैदान में उतारा है। वे सात बार से यहां से विधायक हैं। तीन दशक से यहां भाजपा नहीं जीत पाई है। उनका मुकाबला इस बार भाजपा के अंबरीश शर्मा गुड्डू से है। शर्मा पहले बसपा में थे और बाद में भाजपा में शामिल हुए थे।
कैलाश विजयवर्गीय के सामने संजय शुक्ला
भाजपा ने इस बार चौंकाते हुए वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर-1 से टिकट दिया है। कांग्रेस ने यहां से दोबारा संजय शुक्ला पर भरोसा जताया है। शुक्ला ने पिछली बार भाजपा के सुदर्शन गुप्ता को हराया था।
शिवराज के खिलाफ बजरंग बली
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधनी सीट से मैदान में हैं। कांग्रेस यह सीट 20 साल से नहीं जीत पाई है। शिवराज सिंह यहां से 1990, 2006, 2008, 2013 और 2018 में विधायक बने। 2003 में यहां से भाजपा के ही राजेंद्र सिंह विधायक बने थे। इस बार कांग्रेस ने शिवराज के खिलाफ विक्रम मस्ताल शर्मा को टिकट दिया है। मस्ताल 2008 में प्रसारित ‘रामायण’ धारावाहिक में भगवान हनुमान का किरदार अदा कर चुके हैं। वे जुलाई में ही कांग्रेस में शामिल हुए थे। वे मूल रूप से मध्यप्रदेश में बुधनी के ही निवासी हैं। कांग्रेस में शामिल होने के बाद उन्होंने कमलनाथ को प्रगति पुरुष करार दिया था।